वाराणसी। काशी में सीएम योगी की जनसभा के दौरान एक महिला चीख-चीखकर कहने लगी, 'मेरी 6 साल की बच्ची के साथ रेप हुआ है, मुझे न्याय चाहिए। पुलिसवालों ने महिला और उसके परिवार को घेर लिया। इसके बावजूद महिला वहां से पीछे हटने को तैयार नहीं थी। बता दें, इस दौरान योगी ने कई बार महिला की आवाज सुनी और देखा भी, लेकिन वह मंच से उतरकर बिना मिले ही चले गए।
पीड़ित महिला विमलेश (काल्पनिक नाम) ने बताया, 10 मई की रात को पड़ोस के रहने वाले 5 लोग संजय, हुसैनी, जब्बर, मोख्तार और विनोद पटेल मेरे बेटी को सोते से उठाकर ले गए। यहां संजय ने बेटी के हाथ-पैर बांधकर रेप किया और घर से 500 मीटर की दूरी पर उसे मरा समझ फेंककर चले गए।
मामले में पुलिस ने 11 मई की रात को ही एक शादी समारोह से आरोपी संजय को अरेस्ट कर लिया। संजय के पैंट पर खून के निशान थे, जिसको देखकर लोगों ने पुलिस को उसकी सूचना दी थी। पुलिस ने आरोपी संजय के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है।
इस घटना में पुलिस ने सिर्फ संजय को पकड़कर केस बंद कर दिया, जबकि विवाद हुसैनी, जब्बर, मोख्तार और विनोद पटेल से हुआ था। वो सभी आजाद घूम रहे हैं।''
बच्ची के पिता ने बताया, 'मैं परिवार के साथ दिल्ली रहता हूं। बेटी को 4 महीने से उसकी नानी के घर छोड़ा था। 10 मई को घर में पूजा थी, इसलिए पत्नी के साथ मैं भी ससुराल आया था।
दोपहर में ससुर फूलचन्द से पांचों लोगों ने प्रापर्टी को लेकर झगड़ा किया और धमकी दी कि मुहं दिखाने लायक नहीं रहोगे। इसके बाद रात में घर के बाहर से सोते समय बच्ची को उठाकर ले गए।
इंसाफ के लिए 14 जून को लखनऊ भी सीएम की रैली में भी गया था, लेकिन उनसे मुलाकात नहीं हो पाई। आरोपी मुझे और परिवार को कई बार अंजाम भुगतने की धमकी दे चुके हैं। पुलिस का कहना है कि जांच में एक ही आरोपी पाया गया था, जिसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। बाकी किसी का नाम नहीं आया है, परिजन आरोप लगा रहे हैं।
3rd July, 2017