यूरिड मीडिया डेस्क। रायबरेली में दो समूह के बीच हुए विवाद में मारे गए 5 लोगों के मामले में पुलिस ने घटना से जुड़े मुख्य आरोपी पूर्व ब्लॉक प्रमुख शिव कुमार यादव और एक अन्य आराेपी बुधऊ यादव को अरेस्ट कर लिया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
बीते 26 जून की रात रायबरेली के ऊंचाहार थानाक्षेत्र के इटौरा गांव में ग्राम प्रधान राजा यादव के घर पर फायरिंग करके हमलावर भाग रहे थे। हमलावरों को गांववालों ने दौड़ा लिया। आरोपी स्कॉर्पियो में बैठकर भागने लगे। इस दौरान उनकी तेज रफ्तार गाड़ी अनियंत्रित होकर बिजली के खंभे से टकराई। खंभे से टकराते ही कार में आग लग गई और उसमें बैठे पांचों आरोपियों की जलकर मौत होने की बात सामने आई।
घटना के बाद गांववालों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे एसपी ने घटनास्थल का मुआयना किया। हालांकि, बाद में चौंकाने वाली जानकारी ये मिली थी कि जिस खंभे से सफारी टकराई, उसमें बिजली ही नहीं थी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ था बडा खुलासा
मामले की जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो पता चला कि मारे गए पांच लोगों में से दो के हाथ-पैर काटे गए। फिर उन्हें गाड़ी में डालकर आग लगा दी गई। एसपी रायबरेली गौरव सिंह ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रोहित और बृजेश के हाथ पैर गायब मिले हैं। बुरी तरह जलने से रोहित का एक हाथ और एक पैर गायब है, जबकि बृजेश के दोनों हाथ और दोनों पैर जलने से गायब हैं। दोनों शवों पर कोई ब्लंट ऑब्जेक्ट के निशान नहीं मिले हैं। गायब हुए अंगों के टुकड़े भी सुरक्षित कर लिए गए हैं।
पुलिस ने मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें पूर्व ब्लॉक प्रमुख शिव कुमार यादव और बुधऊ यादव को रविवार को अरेस्ट किया गया। वहीं, इससे पहले राजा यादव, कृष्ण कुमार और प्रदीप कुमार को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं, चार अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
सांसद और विधायक की मांग पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस हत्याकांड के पांचों मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए की आर्थिक मदद का एलान किया था। साथ ही आईजी से घटना की 10 दिन के अंदर निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए थे।
3rd July, 2017