यूरिड मीडिया डेस्क लखनऊ। राजधानी में एक सिपाही का शव सोमवार को सीओ गोमतीनगर कार्यालय के पीछे चंद कदम की दूरी पर संदिग्ध अवस्था में गोमती नदी में उतराता हुआ मिला। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में एडीजी जोन और एसएसपी दीपक कुमार मौके पर पहुंचे। फोरेंसिक टीम द्वारा जांच के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। शव दो दिन पुराना बताया जा रहा है।
दो दिन से था लापता सिपाही
मूलरूप से यूपी के बांदा निवासी मनोज कुमार शुक्ला (40) पुलिस महकमे में सिपाही के पद पर तैनात था। लखनऊ के इंदिरानगर इलाके के सेक्टर-16 में परिवार के साथ रहता था।
मनोज एडवोकेट जनरल राघवेंद्र सिंह की सुरक्षा में ड्यूटी पर तैनात था। सोमवार शाम लगभग साढ़े 4 बजे गोमती रिवर फ्रंट पर काम कर रहे मजदूरों ने वर्दी में शव नदी में उतराता देखा।
इसके बाद जेई डीके सिंह को सूचना दी। घटना की जानकारी होते ही एसएसपी दीपक कुमार और एडीजी जोन अभय प्रसाद मौके पर पहुंचे और शव को बाहर निकलवाया।
एसएसपी दीपक कुमार ने बताया, मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया गया है। शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं थे। शव लगभग 2 दिन पुराना बताया जा रहा है।
मृतक की उम्र तकरीबन 40 वर्ष है। ड्यूटी के बाद पुलिस लाइन में आमद नहीं कराया था।
एक जून को चेंज हुई थी ड्यूटी
एसएसपी दीपक ने बताया, मृतक लखनऊ के एडवोकेट जनरल राघवेंद्र की सुरक्षा में तैनात था। एक जुलाई को उसकी ड्यूटी बदली गई थी, जिसके बाद उन्हें आमद करानी थी, लेकिन नहीं करवाई थी।
शव मिलने के बाद घर वालो को सूचना दी गयी तो भाई विनीत शुक्ला ने बताया की वह घर आये थे और रायफल रखकर चले गए थे। घरवालों को लगा शायद ड्यूटी पर ही किसीं काम से गये होंगे।
नेम प्लेट से हुई मृतक की शिनाख्त
उन्होंने बताया, शव पूरी तरह से फूल चुका था। आंखें फूली हुई थी और शरीर की खाल उतर चुकी थी। वर्दी की कमीज के सामने के बटन टूटे हुए थे, जो इशारा कर रहे थे कि मृतक ने संघर्ष किया था।
वहीं, प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक उसके शरीर पर बाएं हाथ में चोट के निशान थे। नेम प्लेट में मृतक का पीएनओ नंबर लिखा हुआ था जिसके आधार पर उसकी शिनाख्त हो पाई।
इसके अलावा मृतक की जेब से कुछ कैश, उनकी टोपी और एक तम्बाकू की पन्नी मिली है।
नदी किनारे कहां से पहुंचा मनोज
पुलिस घटना के पीछे कई कयास लगा रही है। मृतक शराब वगैरह नहीं पीता था, यह स्पष्ट हुआ है, लेकिन पुलिस उस एंगल को भी तलाश रही है।
हालांकि, घटना ने अपने पीछे एक बहुत बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है कि रिवर फ्रंट पर गोमती के एकदम किनारे पर मृतक सिपाही कैसे पहुंचा? एसएसपी ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आ जाने के बाद आगे की कार्रवाई की बात कही है।
4th July, 2017