यूरिड मीडिया डेस्क लखनऊ। नाथ संप्रदाय के अनुयायियों की गहन आस्था के केंद्र गोरक्षनाथ मंदिर में रविवार को गुरु-शिष्य परंपरा का नया इतिहास लिखा जाएगा। यह पहला अवसर होगा जबकि गुरु पूर्णिमा पर कोई मुख्यमंत्री गुरु के रूप में अपने शिष्यों से दक्षिणा हासिल करेगा और आशीर्वाद देगा। इस मौके पर गोरखपुर को सीएम के रूप में भी उनके आशीर्वाद की अपेक्षा रहेगी।
माना जा रहा है कि इस दिन योगी कई घोषणाएं भी कर सकते हैं। यही वजह है कि उनके अनुयायियों में इस पर्व को लेकर खासा उत्साह है। हालांकि, सभी उनका आशीर्वाद हासिल कर पाएंगे, इसमें संदेह है। सुरक्षा कारणों से उनसे मिलकर आशीर्वाद लेने वालों की संख्या सीमित की जा सकती है। नाथ परंपरा में शिष्य के रूप में दीक्षित नहीं किया जाता।
लोग स्वप्रेरणा से गोरक्षपीठाधीश्वर को अपना आराध्य मानते रहे हैं। फिर भी गुरु पूर्णिमा पर यहां मेले जैसा माहौल नजर आता है।
गोरक्षनाथ मंदिर में आम तौर पर योगी जहां लोगों की समस्याएं सुनते हैं, उसी से सटे तिलक हाल में दिन करीब 9.30 से 11 बजे गुरु दक्षिणा का यह कार्यक्रम चलेगा। इससे पहले गोरक्षपीठाधीश्र्वर के रूप में योगी आदित्यनाथ मंदिर के पूजा-पाठ की सामान्य प्रक्रिया पूरा करने के बाद परिसर में ही स्थित अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
9th July, 2017