वज्रपात से यूपी में दस की मौत
यूरिड मीडिया डेस्क लखनऊ। पूर्वांचल में सप्ताह भर से रह-रहकर बारिश जारी रहने से दुश्वारियां अब सिर उठाने लगी हैं। सभी प्रमुख नदियों में उफान जारी है। कई स्थानों पर कटान का खतरा बढ़ गया है। रविवार को कहीं-कहीं जोरदार बारिश दर्ज की गई। वज्रपात से बलिया और मऊ में तीन-तीन और सोनभद्र में दो लोगों की मौत हो गई और ग्यारह झुलस गए। सीतापुर में एक की मौत हो गई और तीन लोग झुलस गए। फैजाबाद में भी एक की मौत हो गई। बुंदेलखंड के कुछ जिलों में बिजली कटौती व लोकल फाल्ट से लोग खासा परेशान हैं। मौसमी बीमारियों से बुंदेलखंड व मध्य यूपी के लगभग सभी अस्पताल मरीजों से भरे पड़े हैं।
वज्रपात से बलिया के सारंगपुर एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन लोग झुलस गए। कुर्हा तेतरा गांव में भी एक व्यक्ति की मौत हो गई, मऊ में मुहम्मदाबाद के बरडीहा तथा मधुबन के महुवी गांव में एक-एक महिला की मौत हो गई। तीन अन्य महिलाओं समेत चार झुलस गए। सोनभद्र के नधिरा गांव में भी महिला की मौत हो गई। चार लोग झुलस गए। दूसरी ओर गंगा में जलस्तर लगभग एक सेमी प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है वाराणसी में नौ से अधिक सीढिय़ां डूबने से गंगा आरती स्थल में बदलाव करना पड़ा है।
मऊ में घाघरा के जलस्तर में वृद्धि जारी है। कटान का खतरा बढ़ गया है। चंदौली, सोनभद्र और मीरजापुर में बिजुल, खजुरी सहित कई पहाड़ी नदियों में उफान बरकरार है। अयोध्या में सरयू का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। कटान बदस्तूर जारी है। गोंडा के कर्नलगंज के छह मजरों में बाढ़ का पानी घुस गया है। रायबरेली के डलमऊ क्षेत्र में गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। अंबेडकरनगर में घाघरा लाल निशान से 10 सेंमी. ऊपर पहुुंच गई है। मांझा उल्टहवा और मांझा कला गांव भी बाढ़ की चपेट में आने वाले हैं। बहराइच में कायमपुर व गोलागंज में आधा दर्जन आशियाने नदी की धारा में समा गए।
गोलागंज में एक मंदिर भी धारा में समा गया। सीतापुर में सोंसरी, काशीपुर, खहरिया, मेउड़ी छोलहा गोलोक कोडऱ आदि तटवर्ती गांवों में कटान शुरू हो गई है। बलरामपुर, सीतापुर, अंबेडकरनगर, लखीमपुर, रायबरेली अमेठी, सुलतानपुर, श्रावस्ती, बाराबंकी, फैजाबाद और बहराइच में हल्की बारिश के साथ धूप भी निकली जिसके चलते लोगों को उमस का सामना करना पड़ा।
10th July, 2017