स्वामी प्रसाद मौर्या, नसीमुद्दीन सिद्दीकी...
मुलायम सिंह को सबसे गहरा जख्म अपने बड़े अखिलेश यादव से लगा है। अपनी राजनीति चालबाजी से विरोधियों को धूल चटाने वाले मुलायम सिंह यादव को उन्हीं के भाई रामगोपाल ने ऐसी सीख दी, जिसे वो जिन्दगीभर भूल नहीं पायेंगे। रामगोपाल अखिलेश की जोड़ी ने पार्टी ही नहीं राजनीति से भी सन्यास करा दिया। इसी प्रकार मायावती के पास वर्षों तक नौकरी करने वाले और गुलामी की जिन्दगी जीने वाले स्वामी प्रसाद मौर्या, नसीमुद्दीन सिद्दीकी, जुगल किशोर, दारा सिंह चौहान आदि, अब उनके लिए चुनौती बन गये है।