पटना: सुशील कुमार मोदी ने बुधवार (26 जुलाई) को कहा कि भारतीय जनता पार्टी नीतीश कुमार को समर्थन देगी. दिल्ली में संसदीय दल की बैठक के बाद बिहार में भाजपा के शीर्ष नेता सुशील कुमार मोदी को इस बारे में जानकारी दी गई. जिसके बाद उन्होंने नीतीश को बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान कर दिया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुरुवार (27 जुलाई) शाम 5 बजे नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. इस बीच जनता दल यूनाइटेड और भारतीय जनता पार्टी के विधायक राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी से मिलने के लिए जा रहे हैं. जहां वे सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं.
इस बीच सुशील मोदी ने कहा कि भाजपा नीतीश सरकार में शामिल होगी और नीतीश ही विधायक दल के नेता चुने जाएंगे. इस बीच खबर यह भी है कि सीएम नीतीश कुमार के आवास पर भाजपा और जदयू के विधायकों की बैठक चल रही है जिसे बाद वे राज्यपाल से मिल सकते हैं और संभावना इस बात की भी है कि रातों रात बिहार में राजग-जदयू की सरकार बन जाए.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार (26 जुलाई) को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. बीते कई महीनों से महागठबंधन में चल रहे विवाद के बीच नीतीश ने राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी को अपना इस्तीफा सौंप दिया. इसके साथ ही बिहार की 20 महीने पुरानी महागठबंधन की सरकार गिर गई. इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को जद(यू) विधायक दल की बैठक बुलाई थी. बैठक खत्म होने के बाद नीतीश कुमार राजभवन की ओर रवाना हुए थे.
महागठबंधन में नीतीश की पार्टी जनता दल (युनाइटेड) के अलावा राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस शामिल थीं. राजद अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के बेटे और उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की छापेमारी के बाद उनके इस्तीफे की मांग उठी थी, जिसे लेकर महागठबंधन में दरारें पैदा हो गई थीं. तेजस्वी ने इस्तीफा देने से मना कर दिया था, जिससे यह दरार चौड़ी होती गई और अंतत: नीतीश ने इस्तीफा दे दिया.
बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद जद(यू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा कि जितना संभव हो सका, उन्होंने गठबंधन धर्म का पालन करने की कोशिश की, लेकिन बीते घटनाक्रम में जो चीजें सामने आईं उसमें काम करना मुश्किल हो गया था. नीतीश ने कहा, "मैंने इन 20 महीनों में जितना हो सका, सरकार चलाने की कोशिश की. लेकिन इस बीच जो हालात बने, जिस तरह की चीजें उभरकर सामने आईं, उसमें काम करना, नेतृत्व करना संभव नहीं रह गया था."
भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव प्रकरण पर नीतीश ने कहा, "हमने कभी किसी का इस्तीफा नहीं मांगा था, बल्कि उनका पक्ष मांगा था. लालू जी से बातचीत होती रही है. तेजस्वी भी मिले. मैंने कहा कि जो भी आरेाप लगे हैं, उसे 'एक्सप्लेन' कीजिए. आम जन के बीच जो अवधारणा बन रही है, उसके लिए यह जरूरी है. वो नहीं हुआ. हमारी लालू जी के साथ, राजद के साथ कोई संवादहीनता नहीं है. अब उस पर यह बात होती है कि संकट में रक्षा कीजिए. यह कोई संकट नहीं है, यह अपने आप लाया गया संकट है. कुछ भी हो उसे स्पष्ट करना चाहिए."
बिहार के सीएम नीतीश कुमार के इस्तीफे से बौखलाए राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने उनको आड़े हाथों लेते हुए उन पर आरोपों की बौछार कर दी. उन्होंने बुधवार (26 जुलाई) को नीतीश कुमार पर बात से पलटने का आरोप लगाते हुए एक बार फिर अपने बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर लगे आरोपों को निराधार बताया. मुख्यमंत्री पद से नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने नीतीश के सुशासन व पारदर्शिता के दावे पर सवाल खड़ा किया है.
नीतीश के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए लालू ने कहा, "नीतीश कुमार पटना के पंडारक थाने में वर्ष 1991 में एक हत्या के मामले में आरोपी हैं. ऐसे में उनका मुख्यमंत्री बने रहना कहां का जीरो टॉलरेंस था. इस मामले में अदालत ने संज्ञान भी लिया है, परंतु नीतीश अपने पद का इस्तेमाल कर उस मामले को दबाए हुए हैं."
बिहार में महागठबंधन के टूटने के बाद यह माना जा रहा है कि जनता दल (यूनाइटेड) प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ सरकार बना सकती है और ऐसे में भाजपा के शीर्ष नेता सुशील कुमार मोदी 'सूमो' फिर से उप-मुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं. 2005 में बिहार विधानसभा चुनाव के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सत्ता में आई और सुशील कुमार मोदी को बिहार भाजपा प्रदेश का नेता चुना गया. इसके बाद उन्होंने लोकसभा से इस्तीफा देकर बिहार के उप-मुख्यमंत्री का पद संभाला था. मोदी को वित्त विभाग के साथ अन्य कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. 2010 में भी राजग ने बिहार विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की और सुशील कुमार मोदी बिहार के उप-मुख्यमंत्री पद पर बने रहे. हालांकि सुशील मोदी ने 2005 और 2010 में बिहार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा था.
इस बीच सुशील मोदी ने कहा कि भाजपा नीतीश सरकार में शामिल होगी और नीतीश ही विधायक दल के नेता चुने जाएंगे. इस बीच खबर यह भी है कि सीएम नीतीश कुमार के आवास पर भाजपा और जदयू के विधायकों की बैठक चल रही है जिसे बाद वे राज्यपाल से मिल सकते हैं और संभावना इस बात की भी है कि रातों रात बिहार में राजग-जदयू की सरकार बन जाए.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार (26 जुलाई) को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. बीते कई महीनों से महागठबंधन में चल रहे विवाद के बीच नीतीश ने राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी को अपना इस्तीफा सौंप दिया. इसके साथ ही बिहार की 20 महीने पुरानी महागठबंधन की सरकार गिर गई. इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को जद(यू) विधायक दल की बैठक बुलाई थी. बैठक खत्म होने के बाद नीतीश कुमार राजभवन की ओर रवाना हुए थे.
27th July, 2017