डकैतों के खिलाफ अभियान में आज उत्तर प्रदेश पुलिस को बड़ी सफलता मिली। इसके बीच एक दारोगा भी शहीद हो गए हैं।
जिले के मानिकपुर इलाके में निही चिरैया के जंगल में सुबह करीब छह बजे एसपी के नेतृत्व में साढ़े पांच लाख के इनामी डकैत बबुली कोल गिरोह से मुठभेड़ में दारोगा की मौत हो गई। इस दौरान कुछ डकैतों के घायल होने की भी संभावना है। हालांकि उन्हें लेकर डकैत जंगल में चले गए हैं। दस हजार के इनामी डकैत राजू कोल को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस सर्च अभियान चला रही है।
पुलिस को सूचना मिली थी कि डकैतों को गिरोह जंगल में छिपा हुआ है। इससे बाद घेराबंदी की गई तो डकैतों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। इसमें बबुली कोल का दाहिना हाथ माना जा रहा लवलेश कोल घायल हो गया।
डकैतों से फिर शुरू हुई मुठभेड़ में चित्रकूट के बहिलपुरवा थानाध्यक्ष वीरेंद्र त्रिपाठी के पैर में गोली लगी है। पुलिस ने बदमाशों को घेर लिया है। बांदा जनपद के 5 थानों का फ़ोर्स भेजा जा रहा है। इनमें अतर्रा, बिसन्डा, बदौसा, फतेहगंज व गिरवां का फ़ोर्स शामिल। चित्रकूट मुठभेड़ में एस ओ बहिलपुरवा वीरेंद्र त्रिपाठी को लगी गोली। 108 एम्बलेन्स से मानिकपुर स्वास्थ केंद्र के लिए रवाना।
डकैत उसे उठाकर जंगल में भाग गए। कुछ अन्य डकैतों के भी घायल होने की आशंका है। मुठभेड़ में दारोगा जेपी सिंह के सीने में गोली लग गई, उन्हें पहले मानिकपुर के अस्पताल लाया गया। फिर जिला अस्पताल कर्वी भेजा गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
एसआइ जयप्रकाश सिंह रैपुरा थाने में तैनात थे। वह जौनपुर जिले के थाना नेवढिया के बनेवरा गांव के निवासी थे। पुलिस अभी जंगल में घेराबंदी किए है। अभी मुठभेड़ बंद है। सर्च अभियान चल रहा है। कमिश्नर अजय शर्मा, एडीजी इलाहाबाद एसएन सावत, डीआइजी ज्ञानेश्वर तिवारी, डीएम समेत वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पहुंच रहे हैं।
24th August, 2017