लखनऊ। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (MCI) ने केजीएमयू के तीन डॉक्टरों के प्रैक्टिस करने पर छह माह का प्रतिबंध लगा दिया है। इस दौरान ये डॉक्टर मरीजों का इलाज नहीं कर सकेंगे।
केजीएमयू के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि यहां के डॉक्टरों का रजिस्ट्रेशन प्राइवेट प्रैक्टिस और प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में पढ़ाने पर सस्पेंड कर दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार, फरेंसिक मेडिसिन की डॉ. शीउ ली, सर्जरी विभाग के डॉ. संजीव कुमार और हड्डी रोग विभाग के डॉ. शैलेंद्र की प्रैक्टिस पर रोक लगाई गई है। आरोप है कि इन डॉक्टरों ने एक वक्त में एक से अधिक प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में अपने दस्तावेज लगाकर टीचिंग और इलाज किया।
नियम के तहत एक डॉक्टर एक ही संस्थान में अपनी सेवाएं दे सकता है। इन डॉक्टरों के खिलाफ फरवरी में मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (MCI) ने कार्रवाई के निर्देश दिए थे, लेकिन इन तीनों को हाई कोर्ट से स्टे मिल गया था।
8th September, 2017