लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लगातार बच्चों की मौत का बढ़ता सिलसिला गोरखपुर और फर्रुखाबाद के बाद अब पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव का गढ़ कहे जाने वाले इटावा तक पहुंच चुका है। इटावा से आए आंकड़े वास्तविक तौर पर चौकाने वाले हैं। जानकारी के मुताबिक सैफई ग्रामीण आर्युविज्ञान में गत एक माह में 90 बच्चों की मौत हो चुकी हैं। इन आंकड़ों के सामने आने के बाद इटावा सीएमओ जांच की बात कह रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक अगस्त माह में सैफई आर्युविज्ञान में 1464 बच्चे भर्ती हुए थे। जिनमें से 90 बच्चों की मौत हो गयी। जिसमें ज्यादातर मामले प्रिमेच्योर के हैं। वहीं इस बारे में कुलपति डॉ डी प्रभाकर का कहना है कि इन बच्चों की मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई है। इसी के साथ उन्होंने बताया कि प्रदेश का सबसे बेहतरीन ऑक्सीजन प्लांट यहां लगा हुआ है यहां ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है।
बताते चलें कि बच्चों की मौत का सिलसिला यूपी के गोरखपुर से शुरू हुआ था। जहां ऑक्सीजन की कमी के चलते 48 घंटों के भीतर 36 बच्चों की मौत हो गयी थी। इसके बाद बच्चों की मौत का अगला प्रकरण फर्रुखाबाद से सामने आया था जहां अगस्त माह में 49 नौनिहालों की जान चली गयी थी। फर्रुखाबाद की घटना का संज्ञान लेते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिले की डीएम, सीएमओ और सीएमएस को हटा दिया था। इसके बाद बच्चों की मौत का अगला आंकड़ा सैफई से सामने आया है।
बताते चलें कि बच्चों की मौत का सिलसिला यूपी के गोरखपुर से शुरू हुआ था। जहां ऑक्सीजन की कमी के चलते 48 घंटों के भीतर 36 बच्चों की मौत हो गयी थी। इसके बाद बच्चों की मौत का अगला प्रकरण फर्रुखाबाद से सामने आया था जहां अगस्त माह में 49 नौनिहालों की जान चली गयी थी। फर्रुखाबाद की घटना का संज्ञान लेते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिले की डीएम, सीएमओ और सीएमएस को हटा दिया था। इसके बाद बच्चों की मौत का अगला आंकड़ा सैफई से सामने आया है।
9th September, 2017