लखनऊ। उत्तरप्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने रविवार को ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती उर्दू, अरबी, फारसी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए। यहां उन्होंने कई छात्र- छात्राओं को पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया।
इस मौके पर राज्यपाल ने कहा, दीक्षांत समारोह छात्रों के जीवन का एक हिस्सा है। जहां एक तरफ किताबी की पढ़ाई पूरी होती है, तो दूसरी ओर जीवन की नई पढ़ाई यानि भविष्य में क्या करना चाहते हैं, इसके लिए परिश्रम प्रारम्भ करना होता है। छात्रों का धर्म केवल शिक्षा ग्रहण करना होता है। अच्छी शिक्षा ग्रहण करके ही आप अपने देश को आगे ले जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों को शिक्षकों द्वारा दिए गए ज्ञान का सही उपयोग करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय धीरे-धीरे प्रगति कर रहा है। लोगों को भ्रम है कि इस विश्वविद्यालय में केवल उर्दू, अरबी-फारसी का ज्ञान दिया जाता है, जबकि यहां सभी प्रकार के विषय पढ़ाए जाते हैं। इस वर्ष 204 लोगों को उपाधि दी गई है जिसमें 142 छात्र और 62 छात्राएं हैं। वहीं अच्छा प्रदर्शन कर 25 स्वर्ण पदक प्राप्त करने वालों में 17 छात्र हैं और 8 छात्राएं भी शामिल हैं। इसी के साथ ही उन्होंने कहा कि यहां छात्राओं को विशेष प्रयास करने होंगे।
10th September, 2017