बागपत। उत्तरप्रदेश के बागपत जिले के काठा गांव में गुरुवार सुबह यमुना नदी में किसानों और मजदूरों से भरी नाव डूबने से 22 लोगों की मौत हो गई। हादसे की वजह क्षमता से ज्यादा लोगों के नाव में सवार होने से है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे में मारे गये लोगों के परिजन को दो-दो लाख रुपये सहायता राशि देने की घोषणा की है।
यह हादसा दिल्ली-सहारनपुर मार्ग पर बागपत मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर हुआ है। पुलिस और प्रशासनिक अफसर मौके पर हैं। बचाव कार्य जारी है। लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर गहरा दुख जताते हुये मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये सहायता राशि देने की घोषणा की।
बागपत में घटना के बाद पुलिस और प्रशासनिक अफसरों के देर से पहुंचने से गुस्साये स्थानीय ग्रामीणों ने दिल्ली राजमार्ग को जाम कर दिया। मौके पर मौजूद जिलाधिकारी भवानी सिंह ने बताया कि नाव में क्षमता से अधिक करीब 60 यात्री सवार थे। इनमें अधिकांश महिलाएं थीं। नाव जैसे ही बीच नदी में पहुंची, अचानक डूब गई।
जिलाधिकारी के अनुसार पुलिस और पीएसी की बचाव दल की टीमों ने अभी तक 22 शव निकाले हैं। जबकि करीब एक दर्जन लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। उन्होंने बताया कि नाव में सवार अधिकांश लोग बागपत से हरियाणा में मजदूरी करने जा रहे थे। इलाके की पुलिस के अनुसार नाव की क्षमता 15 यात्रियों की थी, लेकिन उसमें करीब 60 यात्री सवार थे। उधर, हादसे के बाद मृतक के परिजनों और ग्रामीणों द्वारा हंगामा जारी है। पुलिस लोगों को शांत करने की कोशिश में जुटी है।
14th September, 2017