लखनऊ। यहां एक पुलिस बूथ के अंदर एक युवक ने विक्षिप्त महिला के साथ शनिवार रात कथित तौर पर रेप किया। महिला के आवाज करने पर स्थानीय लोगों ने युवक को दबोच लिया और उसकी जमकर पिटाई की। इसके बाद लोगों ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया। उधर, घटनास्थल पर पहुंची पुलिस महिला की हालत देख उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाने में आनाकानी करने लगी।
मामला हसनगंज पुलिस बूथ का है। आक्रोशित लोगों से किसी तरह बचाकर पुलिस पीड़ित को अपने साथ ले गई। पुलिस ने थाने में घटना की रिपोर्ट दर्ज करने में भी घंटे भर तक टालमटोल किया। एक स्थानीय समाजसेवी महिला ने चश्मदीद के तौर पर तहरीर दी, इसके बाद पुलिस ने रेप की रिपोर्ट दर्ज की।
बिहार के छपरा जिले की रहने वाली महिला कई महीने से डालीगंज स्टेशन के आसपास टहलती देखी जाती थी। वह अक्सर रात में सीतापुर रोड स्थित क्रॉसिंग वाले चौराहे पर बने पुलिस बूथ में जाकर सो जाती थी। रात करीब 11 बजे निरालानगर निवासी सफाईकर्मी राहुल वाल्मीकि बूथ के पास पहुंचा। उस वक्त महिला बूथ के बाहर फुटपाथ पर सो रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक राहुल ने बिस्किट खिलाने के बहाने उसे बूथ के भीतर बुलाया लेकिन पीड़िता ने इंकार कर दिया।
इसपर आरोपी हैवान पैर पकड़कर महिला को जबरन अंदर खींच ले गया। महिला का मुंह दबाकर उसे अपनी हवस का शिकार बनाया। इसी दौरान अपने बच्चे के साथ वहां से गुजर रही समाजसेवी हुस्नआरा महिला की चीख सुनकर बूथ के पास पहुंची तो मंजर देखकर शोर मचाने लगी। उनके शोर मचाने पर स्थानीय लोग जुटे और राहुल को पकड़ लिया। लोगों ने उसकी पिटाई कर दी और उसे पुलिस को सौंप दिया।
देर से पहुंची पुलिस, गाड़ी से नहीं उतरी
रेप की सूचना लोगों ने सीधे हसनगंज के थानाध्यक्ष को दी। जानकारी मिलने के बाद भी इंस्पेक्टर खुद मौके पर नहीं गए। करीब 20 मिनट बाद थाने की टीम पहुंची तो पुलिस वाले आधे घंटे तक गाड़ी से नीचे नहीं उतरे। पब्लिक का आक्रोश देख पुलिस वालों ने आरोपी को तो पकड़ लिया, लेकिन पीड़िता की हालत देख उसे अपने साथ ले जाने से इंकार करने लगे। बड़ी जद्दोजहद के बाद पुलिस महिला को लेकर थाने पहुंची। अपने साथ हुई घटना से सदमे में आई महिला थाने पर काफी देर तक कुछ नहीं बोल पाई।
रेप पीड़िता के साथ दर्जनों लोगों की भीड़ हसनगंज थाने पहुंच गई। आरोपी को अंदर ले जाकर पुलिस ने उसकी पिटाई शुरु कर दी लेकिन पीड़ित महिला थाने की फर्श पर बैठी, कभी पुलिस को तो कभी वहां जमा हुई भीड़ को देख रही थी। घटना की रिपोर्ट दर्ज करने की बात आई तो इंस्पेक्टर ने विक्षिप्त महिला की ओर से तहरीर मांगी। अपना नाम और पता बताने असमर्थ महिला से तहरीर लिखने की उम्मीद भी नहीं की जा सकती थी लेकिन मामले को दबाने की पूरी कोशिश कर रही पुलिस ने इसका खयाल नहीं किया। पुलिस की मंशा भाप कर हुस्नआरा ने मानवता दिखाते हुए चश्मदीद के तौर पर घटना की तहरीर दी और उसमें पुलिस के गलत रवैये का भी जिक्र किया।
बिहार के छपरा जिले की रहने वाली महिला कई महीने से डालीगंज स्टेशन के आसपास टहलती देखी जाती थी। वह अक्सर रात में सीतापुर रोड स्थित क्रॉसिंग वाले चौराहे पर बने पुलिस बूथ में जाकर सो जाती थी। रात करीब 11 बजे निरालानगर निवासी सफाईकर्मी राहुल वाल्मीकि बूथ के पास पहुंचा। उस वक्त महिला बूथ के बाहर फुटपाथ पर सो रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक राहुल ने बिस्किट खिलाने के बहाने उसे बूथ के भीतर बुलाया लेकिन पीड़िता ने इंकार कर दिया।
इसपर आरोपी हैवान पैर पकड़कर महिला को जबरन अंदर खींच ले गया। महिला का मुंह दबाकर उसे अपनी हवस का शिकार बनाया। इसी दौरान अपने बच्चे के साथ वहां से गुजर रही समाजसेवी हुस्नआरा महिला की चीख सुनकर बूथ के पास पहुंची तो मंजर देखकर शोर मचाने लगी। उनके शोर मचाने पर स्थानीय लोग जुटे और राहुल को पकड़ लिया। लोगों ने उसकी पिटाई कर दी और उसे पुलिस को सौंप दिया।
रेप की सूचना लोगों ने सीधे हसनगंज के थानाध्यक्ष को दी। जानकारी मिलने के बाद भी इंस्पेक्टर खुद मौके पर नहीं गए। करीब 20 मिनट बाद थाने की टीम पहुंची तो पुलिस वाले आधे घंटे तक गाड़ी से नीचे नहीं उतरे। पब्लिक का आक्रोश देख पुलिस वालों ने आरोपी को तो पकड़ लिया, लेकिन पीड़िता की हालत देख उसे अपने साथ ले जाने से इंकार करने लगे। बड़ी जद्दोजहद के बाद पुलिस महिला को लेकर थाने पहुंची। अपने साथ हुई घटना से सदमे में आई महिला थाने पर काफी देर तक कुछ नहीं बोल पाई।
रेप पीड़िता के साथ दर्जनों लोगों की भीड़ हसनगंज थाने पहुंच गई। आरोपी को अंदर ले जाकर पुलिस ने उसकी पिटाई शुरु कर दी लेकिन पीड़ित महिला थाने की फर्श पर बैठी, कभी पुलिस को तो कभी वहां जमा हुई भीड़ को देख रही थी। घटना की रिपोर्ट दर्ज करने की बात आई तो इंस्पेक्टर ने विक्षिप्त महिला की ओर से तहरीर मांगी। अपना नाम और पता बताने असमर्थ महिला से तहरीर लिखने की उम्मीद भी नहीं की जा सकती थी लेकिन मामले को दबाने की पूरी कोशिश कर रही पुलिस ने इसका खयाल नहीं किया। पुलिस की मंशा भाप कर हुस्नआरा ने मानवता दिखाते हुए चश्मदीद के तौर पर घटना की तहरीर दी और उसमें पुलिस के गलत रवैये का भी जिक्र किया।
8th October, 2017