बेंगलुरु. यहां एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर जमकर प्रहार किया। प्रधानमंत्री के निशाने पर पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम का कश्मीर को लेकर दिया गया बयान रहा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर के लोगों से बातचीत करने के बाद वह इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि कश्मीरी जब भी आजादी की मांग करते हैं तो ज्यादातर का मतलब स्वायत्तता से होता है।
जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के बयानों से लगता है कि उसने न सुधरने का फैसला कर लिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कल तक सत्ता में बैठे थे, वे आज अचानक यू टर्न लेकर बेशर्मी के साथ बयान दें और कश्मीर की आज़ादी के साथ अपना स्वर मिला दें? मैं पूछना चाहता हूं कि जो लोग देश के वीरों के बलिदान पर राजनीति करने पर तुले हुए हैं, क्या उनसे देश का भला हो सकता है? इन्हें ऐसे बयान देने में शर्म नहीं आ रही. कांग्रेस पार्टी को इस बयान का हर पल जवाब देना पड़ेगा."
पीएम मोदी ने कहा कि जिस तरह की भाषा कांग्रेस इस्तेमाल कर रही है, कश्मीर के अलगाववादी और पाकिस्तान वैसी ही भाषा इस्तेमाल करते हैं. उन्होंने कहा, "जिस मां ने अपने लाल का बलिदान दिया है, जिस बहन ने भाई का बलिदान दिया है, जिन बच्चों ने पिता को देश के लिए बलिदान दिया है, वे जवाब मांगेंगे."
प्रधानमंत्री ने एक बार फिर सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर कांग्रेस को घेरने की कोशिश की. उन्होंने कहा, "सर्जिकल स्ट्राइक में वीर जवानों ने दुश्मनों के दांत खट्टे कर दिए. सारे भारत के लिए वह गौरव का पल था मगर कांग्रेस इसे भी नहीं पचा पाई. अब कांग्रेस के नेताओं के बयान सुनकर मैं कल्पना कर सकता हूं कि सर्जिकल स्ट्राइक के प्रति उनकी नाराज़गी का कारण क्या था."
उन्होंने कहा कि डोकलाम में पूरी दुनिया ने जवानों के पराक्रम, भारत की डिप्लोमैटिक ताकत और संयम को देखा, मगर कांग्रेस के नेता डोकलाम के नाम पर झूठी खबरें प्रसारित कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "चीन कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो, धैर्य की कसौटी पर भारत खरा उतरा है."
29th October, 2017