वलसाड। गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आते ही सरगर्मिया तेज होती जा रही है। गुजरात फतेह की जदो जहद में लगे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी नए तेवर और नए अंदाज लोगों को अपनी ओर खिचने में लगे हैं। कांग्रेस की जीत पक्की करने के लिए राहुल हर मुमकिन प्रयास में लगे हैं। हालांकि उनकी इस तैयारी को झटका लगा है। ऐसा लगता है कि गैरों को जोड़ने की कोशिश में राहुल गांधी अपने लोगों को भूलते नजर आ रहे हैं।
गुरुवार को वलसाड और वापी की रैली के तुरंत बाद कांग्रेस के 5 सदस्यों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन सभी आरोप था कि रैली के दौरान राहुल गांधी ने उन्हें उचित सम्मान नहीं दिया। उन्हे पार्टी में तवज्जो नहीं दिया जा रहा हैं।
पार्टी से इस्तीफा देने वालों में वापी शहर महामंत्री रश्मि शाह, राजेश जैसवाल, जिला माइनॉरिटी कमिटी के उपप्रमुख प्रदीप शाह, खलील गोडाल और वापी शहर कांग्रेस माइनॉरिटी प्रमुख पिरु मकरानी शामिल हैं। हालांकि प्रदेश कांग्रेस ने अभी तक इंका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है।
बता दें कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के गुजरात दौरे का आज आखिरी दिन है। इससे पहले राहुल गांधी ने पारदी में रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने सारा पैसा 5-7 उद्योगपतियों को दे दिया, गुजरात की जनता सरकार के नकारात्मक रवैये के आगे बेबस और लाचार है।
उन्होंने कहा कि गुजरात का सच है बेरोजगारी, किसानों का दर्द, महंगी शिक्षा, भ्रष्टाचार, पाटीदार युवकों और उना के दलितों को मिलने वाली लाठी गुजरात का सच है। यहां जमीन अधिग्रहण समस्या बहुत पुरानी है किसानों की जमीन हड़पी जा रही है।
3rd November, 2017