लखनऊ: उत्तर प्रदेशमें क्या अपराधियों की शामत आ गई है? आंकड़े गवाही दे रहे हैं कि बीते 48 घंटे में कम से कम 18 एनकाउंटर किए गए हैं और 25 वॉन्टेड अपराधियों को पकड़ा गया है. कन्नौज में एनकाउंटर में दो पुलिसवाले घायल हुए, लेकिन अपराधी भागने में सफल रहे. इससे पहले 33 आपराधिक मामलों के आरोपी गैंगस्टर इंद्रपाल को पुलिस ने मुज़फ्फरनगर में ढेर कर दिया. उस पर 2013 में हरिद्वार में पुलिसवाले की हत्या का आरोप था. उत्तर प्रदेश के नए डीजीपी समेत बड़े पुलिस अधिकारी एनकाउंटर पॉलिसी का बचाव करते हुए दलील दे रहे हैं कि पुलिस बस आत्मरक्षा यानी सेल्फ डिफेंस में गोली चलाती है. योगी सरकार बनने के बाद एक साल भीतर 950 एनकाउंटर हुए हैं, जिसमें 200 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है. वहीं 30 मारे गए हैं. लेकिन एनकाउंटर में मुज़फ्फरनगर में एक बच्चे की भी मौत हो गई.
वहीं दिल्ली के ओखला में हुई मुठभेड़ में पश्चिमी उत्तर प्रदेश का नामी शार्प शूटर तनवीर को भी पकड़ लिया गया है. दिल्ली पुलिस ने उसे दो गोलियां मारी थीं लेकिन उसने बुलेट प्रूफ जैकेट पहन रखी थी.
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सूबे की बिगड़ती कानून व्यवस्था को भी चुनावी एजेंडा बनाया था. लेकिन जब राज्य में सरकार बनी तो अचानक से अपराध बढ़ते चले गए. इससे योगी सरकार की खूब फजीहत हुई. इसके बाद सीएम योगी ने अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए कई सख्त आदेश दिए. लेकिन विपक्षी दल लगतार हो रहे एन्काउंटर पर सवाल उठा रहे हैं. एक दिन पहले ही नोएडा में फर्जी एन्काउंटर का आरोप लगा है. इसी बात पर राज्यसभा में हुए हंगामे की वजह एक दिन के लिए स्थगित कर दी गई है. हालांकि पुलिस की ओर से सफाई दी जा रही है कि ये फर्जी एनकाउंटर नहीं दुश्मनी का मामला है.
5th February, 2018