लखनऊ। यहाँ इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित यूपी इनवेस्टमेंट समिट में पीएम मोदी ने कहा कि जब बदलाव होता है, तो वह सामने दिखता है। यूपी में इतने व्यापक स्तर पर इन्वेस्टर समिट होना, इन्वेस्टर समिट में इतने निवेशकों और उद्यमियों का एकजुट होना, अपने आप में एक बड़ा परिवर्तन है। उन्होंने कहा कि मैं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्रिमंडल के उनके सहयोगियों, ब्यूरोक्रेसी, पुलिस, और उत्तर प्रदेश की जनता को बधाई देता हूं कि वो अपने उत्तर प्रदेश को इतने कम समय में समृद्धि और विकास के रास्ते पर ले आई है।
पीएम मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में संसाधन और सामर्थ्य का इतना विस्तार है कि यहां पर सैकड़ों वर्षों से लगभग हर क्षेत्र की अलग पहचान रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश आज अनाज के उत्पादन में, गेहूं के उत्पादन में, गन्ने के उत्पादन में, दूध के उत्पादन में, आलू के उत्पादन में, पूरे देश का नंबर वन स्टेट है। देश में दूसरे नंबर पर सब्जियों और तीसरे नंबर पर फलों का उत्पादन यहीं होता है।
उन्होंने कहा कि नकारात्मक भरे उस माहौल से राज्य को पॉजीविटी की तरफ लाना, हताशा-निराशा अलग करके उम्मीद की किरण जगाने का काम योगी सरकार ने किया है। मुझे बहुत खुशी है कि योगी जी की सरकार, इस बात को ध्यान में रखते हुए ही अपने निर्णय ले रही है, नीतियां बना रही है। उन्होंने कहा कि यूपी में औद्योगिक निवेश को रोजगार सृजन से जोड़ते हुए नीतिगत निर्णय लिए जा रहे हैं. योगी जी की सरकार द्वारा अलग-अलग सेक्टरों के हिसाब से अलग-अलग पॉलिसी बना कर काम किया जा रहा है।
समिट में पीएम मोदी ने कहा कि खेती से जुड़ी एक बड़ी चुनौती है, खेत से लेकर बाजार तक पहुंचने में बड़ी मात्रा में फसल और फल-सब्जियां खराब हो जाती हैं। फसल-अनाज-फल-सब्जियों की बर्बादी कम करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत पूरी सप्लाई चेन और इंफ्रास्ट्रक्चर का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में कृषि उत्पादों, कृषि अवशेष से पैसा कमाने की भी असीम संभावनाएं मौजूद हैं। खासकर गन्ने के उत्पादन में यूपी के सबसे आगे रहने की वजह से यहां इथेनॉल प्रॉडक्शन का बहुत संभावना है।
उन्होंने कहा कि आज इस अवसर पर मैं एक महत्वपूर्ण घोषणा भी करने जा रहा हूं। इस वर्ष बजट में प्रस्ताव रखा गया था कि देश में दो डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर्स का निर्माण किया जाएगा। इनमें एक यूपी में प्रस्तावित है। बुंदेलखंड के विकास को विशेषतौर पर ध्यान में रखते हुए, अब ये तय किया गया है कि यूपी में डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का विस्तार आगरा, अलीगढ़, लखनऊ, कानपुर, झांसी और चित्रकूट तक होगा।
21st February, 2018