यूरिड मीडिया - घोटाले से परेशान और जनता में गिरती साख को बचाने के लिए पीयनबी प्रबंध तंत्र ने 18000 कर्मचारियों का व्यापक तबादला किया है इन कर्मचारियों को नीरव मोदी और पीएनबी के बड़े अधिकारियों के शिकार होना पड़ा । सीवीसी के आदेश के बाद यह फैसला लिया गया है। जिन कर्मचारियों का ट्रांसफर किया गया है उसमें से अधिकांश ऐसे हैं जो तीन साल से अधिक समय से एक ही ब्रांच में जमे हुए थे, वहीं कुछ ऐसे भी कर्मचारियों पर गाज गिरी है जिन्हें 2 महीने बाद रिटायर होना है। वहीं बैंक यूनियन ने सरकार से इस ट्रांसफर प्रक्रिया को रोकने की अपील की है।
केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने बैंकों को एडवाइजरी जारी करते हुए कहा था कि एक ही ब्रांच में कई साल से कर्मचारी की तैनाती घोटाले की आशंका को तेज करती है। लिहाजा 21 फरवरी तक 3 साल से ज्यादा वक्त से एक ही पोस्ट और ब्रांच में काम कर रहे बैंक अफसर और 5 साल से ज्यादा वक्त से एक ही ब्रांच में काम कर रहे क्लर्कों की सूची तैयार की जाए। इसके बाद ही उनकी तबादला प्रक्रिया शुरू की जाए।
22nd February, 2018