यूपी के प्राथमिक स्कूलों में 68500 सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए 12 मार्च को होने जा रही लिखित परीक्षा पर स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की नजर रहेगी. शिक्षकों की नियुक्ति के लिए सूबे में पहली बार होने जा रही परीक्षा को नकल विहीन और शांतिपूर्ण तरीके से कराने के लिए एसटीएफ को लगाया जाएगा. परीक्षा के लिए उन्हीं स्कूलों को प्राथमिकता के आधार पर केंद्र बनाया गया है जहां सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. मंडल मुख्यालयों के 235 केंद्रों पर प्रस्तावित परीक्षा के संबंध में बेसिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव राज प्रताप सिंह 5 मार्च को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए कमिश्नर, डीएम, एसएसपी, एसपी और शिक्षा विभाग के अफसरों के साथ बैठक करेंगे. इस दौरान अन्य बिन्दुओं के साथ केंद्रों पर नकलविहीन परीक्षा संपन्न कराने पर चर्चा होगी.
बता दें कि इससे पहले 15 अक्तूबर 2017 को आयोजित उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी-टीईटी) के लिए भी एसटीएफ लगाई गई थी. परीक्षाओं को लेकर सरकार की संवेदनशीलता का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा तक में एसटीएफ की मदद ले रहे हैं ताकि नकल की कोई गुंजाइश न बचे. वहीं योगी सरकार अब प्रदेश के सभी स्कूलों के कमरों में सीसीटीवी लगाने का फैसला लिया है. जिससे क्लास में बच्चों की पढ़ाई पर नजर रखा जा सकें.
4th March, 2018