मुंबई: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पंजाब नेशनल बैंक घोटाले से सबक लेते हुए गारंटीपत्र (एलओयू) के जरिये बैंक गारंटी जारी करने की सुविधा पर रोक लगा दी है. भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उसके चाचा मेहुल चोकसी ने आयात के लिए उपलब्ध इस सुविधा का दुरुपयोग कर देश में बैंकिंग इतिहास के सबसे बड़े घोटाले को अंजाम दिया था. इसको देखते हुए यह कदम उठाया गया है. आरबीआई ने गारंटीपत्र के साथ ही आश्वस्ति पत्र जारी करने पर भी तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी. आश्वस्ति पत्रभी गारंटी पत्र की तरह ही होता है. इन पत्रों का इस्तेमाल आयातकों द्वारा विदेशों में की जाने वाली खरीद के वित्तपोषण में किया जाता है.
आरबीआई ने जारी बयान में कहा कि कुछ तय शर्तों के साथ साखपत्र तथा बैंक गारंटी जारी किया जाना बरकरार रहेगा. रिजर्व बैंक ने कहा कि गारंटीपत्र पर रोक लगाने का निर्णय तत्काल प्रभाव से लागू है. आरबीआई ने एक अधिसूचना में कहा, ‘‘ दिशानिर्देशों की समीक्षा के बाद आयात के लिए बैंकों द्वारा गारंटीपत्र जारी किये जाने की सुविधा पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया है.’’
14th March, 2018