फिल्म अभिनेता एवं राज्य सभा सदस्य राज बब्बर ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षपद से इस्तीफा दे दिया है जिसे अभी मंजूर नहीं किया गया है। वह अगले अध्यक्ष बनाए जाने तक पार्टी अध्यक्ष बने रहेंगे।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के इतिहास में राज बब्बर के नेतृत्व में सबसे शर्मनाक हार हुई है। पूर्व अध्यक्ष निर्मल खत्री ने जो संगठन का ढांचा बनाया था वो भी राज बब्बर के कार्यकाल में चरमरा गया। फिल्मो में हीरो की तरह कांग्रेस में भी कार्यकर्ताओ और नेताओ एवं जनता के बीच हीरो बनने का प्रयास कर रहे थे जिसे सभी ने नकार दिया। पुरे पार्टी ने जिला से लेकर लखनऊ मुख्यालय तक असंतोष ही असंतोष है। जिसे हल करना भी नए अध्यक्ष के लिए चुनौती होगी।
राहुल गाँधी कांग्रेस की कमान सँभालने के बाद जिस तरह मोदी सरकार पर आक्रामक है और विकल्प बनने का प्रयास कर रहे है वो उत्तर प्रदेश में फिरहाल निचले पायदान पर है। चौथे नंबर की पार्टी विधानसभा चुनाव 2017 में पांचवें नंबर पर पहुंच गयी इससे ज्यादा सीटें क्षेत्रीय दल अपना दल को मिली। कांग्रेस की मात्र 7 और अपना दल की 9 सीटें है मिली।
प्रदेश अध्यक्ष की कमान किसे सौपी जाती है ये आने वाले समय में राहुल गाँधी की सोच और कांग्रेस का भविष्य तय करेगा।
प्रदेश अध्यक्ष की कमान किसे सौपी जाती है ये आने वाले समय में राहुल गाँधी की सोच और कांग्रेस का भविष्य तय करेगा।
21st March, 2018