भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तर प्रदेश उपचुनाव में मिली करारी हार के लिए जहां सपा और बसपा के बीच ऐन मौके पर बने गठजोड़ को जिम्मेदार ठहराया तो वहीं साथ ही कहा कि पार्टी ने हार के कारणों की समीक्षा करने के लिए एक समिति गठित की है और पार्टी 2019 में 50 फीसदी वोट शेयर के लिए लड़ाई लड़ने को तैयार हैं.
उपचुनाव की तर्ज पर साल 2019 के लोकसभा चुनाव में धुर विरोधियों सपा और बसपा के गठजोड़ की संभावना से भाजपा का चुनावी गणित गड़बड़ाने संबंधी सवाल पर शाह ने कहा, ‘‘ये सरल नहीं है .’’
उन्होंने कहा,‘‘मीडिया दो सीटों के नतीजों को लेकर खुश हैं. कांग्रेस की ओर से संसद परिसर में मिठाई बांटी गई कि हमने उपचुनाव में 8 सीटें खोई हैं लेकिन ये कोई नहीं कह रहा कि हमने उनसे 11 प्रदेश छीने हैं . कोई भी त्रिपुरा का नाम नहीं ले रहा, जहां दो हफ्ते पहले ही हमने भारी जीत हासिल की.’’
श्री शाह ने कहा, ‘‘ हमने हार के कारणों की जांच के लिए कमेटी बनाई है और उसकी जो रिपोर्ट आएगी उस पर काम किया जाएगा. हमें यह ध्यान रखना होगा कि उपचुनाव स्थानीय मुद्दों को ध्यान में रख कर लड़े जाते हैं, हर स्थानीय चुनाव का अलग परिदृश्य होता है, लेकिन आम चुनाव में बड़े नेता और बड़े मुद्दे शामिल होते हैं. साल 2019 में भाजपा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन अधिक सीटें हासिल करेगी.’’
भाजपा अध्यक्ष ने योगी सरकार के एक साल पूरा होने पर उसके कामकाज की तारीफ भी की. शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश सही दिशा में है. वहां जीरो भ्रष्टाचार है. किसानों की समस्याएं सुलझाई जा रही हैं, कानून और व्यवस्था नियंत्रण में है . निवेश के लिए शिखर सम्मेलन किये जा रहे हैं.
25th March, 2018