प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी देश में स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत पुरे देश में शौचयालों का निर्माण करा रहे है। लेकिन सरकार यह भूल गयी है कि देश में अभी करोड़ो लोगो को स्वच्छ जल की व्यवस्था नहीं है। उदाहरण के लिए उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में एक-एक बून्द पानी के लिए गर्मियों में हाहाकार मच जाता है। टैंकर और ट्रेनों के माध्यम से पानी पीने की व्यवस्था कराई जाती है , ऐसे में सवाल ये उठता है की शौचालयों में पर्याप्त पानी कैसे मिलेगा।
आज़ादी के 70 वर्षो बाद भी जिन्दा रहने के लिए पानी जैसी महत्वपूर्ण मूलभूत आवश्यकता की पूर्ति अभी तक नहीं हो पायी है। योजनाओ को बनाते समय जनता की मूलभूत आवश्यता को देखते हुए स्वच्छ भारत जैसे अभियान चलाने चाहिए। अगर पानी की व्ययस्था नहीं हुई तो स्वछता अभियान में बनने वाले शौचालय महामारी का रूप लेंगे।
25th March, 2018