नई दिल्ली। यूपी में पिछली सपा सरकार में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा हुई गड़बड़ियों और कथित अनियमितताओं की जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) ने अब मामला दर्ज किया है। ये परीक्षाएं अधीनस्थ सेवाओं में भर्ती के लिए आयोजित हुई थीं। प्रदेश सरकार ने सीबीआइ से इस मामले की जांच करने और मामला दर्ज करने का आग्रह किया था। इसके तहत सीबीआई ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक यूपीपीएससी के कुछ अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने परीक्षा में धांधली के साथ-साथ एक पक्ष विशेष को तरजीह दी है। जिसमें कुछ जातियों को उम्मीदवारों को गैरजरूरी वरीयता प्रदान की। सीबीआइ के मुताबिक साल 2012 से 2017 के दौरान हुए इस घोटाले की प्राथमिक जांच उसने प्रारंभ कर दी है। इसी अवधि के दौरान अधीनस्थ सेवाओं में नौकरी के लिए हुई परीक्षाओं में ये धांधलियां सामने आई हैं।
सीबीआई के मुताबिक सीधे तौर पर परीक्षा के दौरान अपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। आने वाले दिनों में इस से जुड़े कुछ और लोगो पर मामला दर्ज हो सकता है। जानकारों की माने तो उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की भर्ती परीक्षाओं की जांच कर रही सीबीआइ के निशाने पर आयोग के 15 अफसर हैं। इनमें एक पूर्व सचिव भी शामिल है। सीबीआइ ने इनके मोबाइल नंबरों के भी रिकॉर्ड खंगाले हैं और इनमें से कुछ अफसरों की गतिविधियां काफी ज्यादा संदिग्ध हैं।
6th May, 2018