गुरुग्राम। खुले में सड़कों पर नमाज पढ़े जाने के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन और हिंसा के बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का विवादित बयान सामने आया है। मामले में रविवार को प्रतिक्रिया देते हुए खट्टर ने कहा कि नमाज मस्जिद या ईदगाह में अदा की जानी चाहिए, सार्वजनिक स्थल पर नहीं।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, खट्टर ने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना हमारा कर्तव्य है। खुले में नमाज पढ़े जाने के मामलों में वृद्धि हुई है। नमाज सार्वजनिक स्थलों की जगह मस्जिद या ईदगाह में पढ़ी जानी चाहिए। खट्टर सोमवार से इजरायल और ब्रिटेन के दौरे पर जा रहे हैं। इसी वजह से उन्होंने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी। पत्रकार वार्ता के दौरान उनके विदेश दौरे को लेकर तो जो चर्चा हुई सो हुई, लेकिन सबसे ज्यादा खुले में नमाज का मुद्दा हावी रहा।
गौरतलब है कि गुरुग्राम में 20 अप्रैल को खुले में नमाज पढ़ने को लेकर विवाद खड़ा हुआ था। यहां के सेक्टर 53 में कुछ युवकों ने खुले में नमाज पढ़ने आए लोगों को ऐसा करने से रोका था। बाद में पुलिस ने इस मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया था। बीते शुक्रवार को भी खुले में नमाज पढ़ने को लेकर विवाद हुआ। अल्पसंख्यक समुदाय के लोग वजीराबाद, अतुल कटारिया चौक, साइबर पार्क, बख्तावर चौक, आदि जगहों पर आज जुमे की नमाज के लिए जमा हुए थे। इन स्थानों पर विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल, हिन्दू क्रांति दल, गौ रक्षक दल और शिवसेना के सदस्य भी पहुंच गए थे। इन संगठनों ने खुले में नमाज पढ़ने का विरोध किया था। जिसकी वजह से मामला सुर्खियों में आ गया और लोगों ने इसका कडा विरोध किया। इन सबके बीच सीएम खट्टर का यह बयान विवादों मे आ गया हैं।
6th May, 2018