मुंबई, यूरिड न्यूज़। महाराष्ट्र पुलिस के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट तेज तर्रार आईपीएस अफसर हिमांशु रॉय ने खुदकुशी कर ली। खबरों के मुताबिक शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर उन्होंने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से मुह के अंडरा बंदूक डालकर खुद को गोली मार ली। घटना की जानकारी होते ही घायल हिमांशु को लेकर परिजन फौरन बॉम्बे हॉस्पिटल पहुंचे। लेकिन अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा था कि वह काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। हिमांशु रॉय मौत के वक्त महाराष्ट्र के ADGP (हाउसिंग) पद पर नियुक्त थे।
ट्रांसफर में पक्षपात को लेकर गृह मंत्रालय को लिखी थी चिट्ठी
2015 में हिमांशु रॉय सहित कई ऑफिसर्स ने महाराष्ट्र गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिखकर ट्रांसफर में पक्षपात और सीनियर ऑफसरों द्वारा खराब व्यवहार किए जाने की शिकायत की थी, जिसके बाद हिमांशु रॉय सहित शिकायत करने वाले अधिकारियों को दरकिनार कर दिया गया था। हिमांशु रॉय को भी ATS चीफ पद से हटाकर कम महत्व वाले पुलिस हाउसिंग का ADG बना दिया गया।
1988 बैच के आईपीएस अधिकारी हिमांशु रॉय का नाम 2013 में स्पॉट फिक्सिंग मामले में विंदु दारा सिंह की गिरफ्तारी, अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर के ड्राइवर आरिफ के एनकाउंटर, पत्रकार जेडे हत्या प्रकरण, विजय पालांडे-लैला खान डबल मर्डर केस जैसे अहम मामलों से जुड़ा रहा। अंडरवर्ल्ड कवर करने वाले पत्रकार जे डे की हत्या की गुत्थी सुलझाने में हिमांशु रॉय ने अहम भूमिका निभाई थी।
हिमांशु रॉय कैंसर से पीड़ित थे
जानकारी के मुताबिक, पूर्व ATS प्रमुख हिमांशु रॉय कैंसर से पीड़ित थे. बताया जा रहा है कि अप्रैल 2016 से उन्होंने मेडिकल लीव ले रखी थी। ATS प्रमुख रहते हुए हिमांशु रॉय ने पहली बार साइबर क्राइम सेल स्थापित किया था।
11th May, 2018