वाराणसी, यूरिड न्यूज़। पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पुल हादसे के बाद सेतु निगम के एमडी राजन मित्तल के खिलाफ की गई कार्रवाई महज एक दिखावा है। हकीकत तो यह है कि वह सेतु निगम से भी बड़ी निर्माण संस्था 'राजकीय निर्माण निगम' के मुखिया का पद अभी भी संभाल रहे हैं। जांच समिति की रिपोर्ट आने के बाद फ्लाईओवर हादसे में दो और अफसरों को तो निलंबित कर दिया गया है। इसमें पूर्व मुख्य परियोजना प्रबंधक गेंदा लाल और अवर अभियंता राजेश पाल शामिल हैं। लेकिन राजन मित्तल पर मेहरबानी बरकरार है।
इस मामले में अब तक 6 अफसर निलंबित हो चुके हैं। सिर्फ राजन के खिलाफ ही कार्रवाई नहीं हुई है। माना जा रहा है कि भाजपा शासन में गहरी पैठ के चलते मित्तल को बचाने की कोशिशें की जा रही हैं। जांच कमेटी ने सेतु निगम के प्रबंध निदेशक समेत सात अधिकारियों के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्रवाई की सिफारिश की है। जिसके बाद सीएम योगी ने राज्य सेतु निर्माण निगम के एमडी राजन मित्तल समेत सभी जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कठोरतम दंडात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। रिपोर्ट में उत्तरदायी पाए गए यूपी राज्य सेतु निगम के प्रबन्ध निदेशक राजन मित्तल, मुख्य परियोजना प्रबंधक एससी तिवारी, पूर्व परियोजना प्रबंधक गेंदालाल, परियोजना प्रबंधक केआर सूदन, सहायक परियोजना प्रबंधक राजेंद्र सिंह, अवर परियोजना प्रबंधक लालचंद और अवर परियोजना प्रबंधक राजेश पाल के खिलाफ कठोर कार्रवाई किए जाने के दिए निर्देश दिए गए हैं।
राजनीतिक पकड़ से मजबूत हैं राजन मित्तल-
राजन मित्तल की सत्ता में पकड़ हमेशा ही मजबूत रही है। सपा सरकार में भी वह सेतु निगम के एमडी का पद हथियाने में सफल रहे थे भाजपा शासन में इस पद के साथ ही राजकीय निर्माण निगम के एमडी का प्रभार दे दिया गया। इसके लिए कई सीनियरों की अनदेखी भी की गई। सपा शासन में राजन मित्तल का कार्यकाल एक जून 2014 से लेकर 20 अगस्त 2015 तक रहा है। भाजपा सरकार बनने के बाद उन्होंने 11 जुलाई 2017 को फिर से निगम का एमडी पद हासिल कर लिया। बीते 21 अप्रैल को उन्हें राजकीय निर्माण निगम का अतिरिक्त प्रभार भी दे दिया गया। राजकीय निर्माण निगम का कार्यक्षेत्र बहुत बड़ा है, वर्तमान में उसके पास प्रदेश व देश के 14 राज्यों में 1800 से अधिक प्रोजेक्ट हैैं। इनमें 100 करोड़ रुपये से अधिक के 60 काम हैं, जबकि 50 करोड़ से अधिक कामों की संख्या 108 है। वर्तमान में राजकीय निर्माण निगम लगभग 11, 500 करोड़ रुपये के काम करा रहा है।
राजन मित्तल की सत्ता में पकड़ हमेशा ही मजबूत रही है। सपा सरकार में भी वह सेतु निगम के एमडी का पद हथियाने में सफल रहे थे भाजपा शासन में इस पद के साथ ही राजकीय निर्माण निगम के एमडी का प्रभार दे दिया गया। इसके लिए कई सीनियरों की अनदेखी भी की गई। सपा शासन में राजन मित्तल का कार्यकाल एक जून 2014 से लेकर 20 अगस्त 2015 तक रहा है। भाजपा सरकार बनने के बाद उन्होंने 11 जुलाई 2017 को फिर से निगम का एमडी पद हासिल कर लिया। बीते 21 अप्रैल को उन्हें राजकीय निर्माण निगम का अतिरिक्त प्रभार भी दे दिया गया। राजकीय निर्माण निगम का कार्यक्षेत्र बहुत बड़ा है, वर्तमान में उसके पास प्रदेश व देश के 14 राज्यों में 1800 से अधिक प्रोजेक्ट हैैं। इनमें 100 करोड़ रुपये से अधिक के 60 काम हैं, जबकि 50 करोड़ से अधिक कामों की संख्या 108 है। वर्तमान में राजकीय निर्माण निगम लगभग 11, 500 करोड़ रुपये के काम करा रहा है।
19th May, 2018