इलाहाबाद, यूरिड न्यूज़। भाजपा नेताओं पर सत्ता का नशा किस तरह छाया है जिसका असर शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे के समय देखने को मिला। पार्टी विद डिफरेंस का दावा करने वाली यूपी की सत्ताधारी भाजपा के विधायकों पर पुलिस अधिकारियों से उलझने और अपशब्द कहने के आरोप लगते रहे हैं। वही एक और ऐसा ही मामला सामने आ रहा है।
मामला इलाहाबाद का है, जहां सीएम योगी आदित्यनाथ के दौरे में सुरक्षा कारणों से एक भाजपा विधायक को रोकना एसपी स्तर के एक पुलिस अधिकारी को मंहगा पड़ गया। शहर उत्तरी के विधायक हर्षवर्धन वाजपेयी ने शनिवार की दोपहर बाघंबरी गद्दी मठ में सीएम से मिलने से रोके जाने पर एसपी गंगापार सुनील सिंह से बदसलूकी की। सत्ता के नशे में चूर विधायक ने न केवल एसपी गंगा पार को अपशब्द कहे, बल्कि ये तक कह डाला कि लातों के भूत बातों से नहीं मानते हैं। सारी मर्यादाएं लांघते हुए एसपी को जूते की भाषा में समझाने की बात भी कह डाली। इससे संबंधित एक वीडियो भी सामने आया।
सीएम योगी आदित्यनाथ अखाड़ा परिषद के साधु सन्तों के साथ भोजन करने मठ के अंदर गए थे। उसी समय मठ के बाहर पहुंचे सिटी नॉर्थ सीट से भाजपा विधायक हर्ष वर्धन वाजपेयी लाव लश्कर के साथ अंदर जाने लगे, जिसके बाद मठ के गेट पर ड्यूटी दे रहे एसपी गंगा पार ने विधायक को अंदर जाने से रोक दिया। फिर, तो विधायक का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। विधायक ने एसपी को घुड़की देनी शुरू कर दी। एसपी उन्हें जब अपनी ड्यूटी निभाने की मजबूरी गिनाई तो वह आग बबूला हो गए। कहने लगे कि, हद में रहा करो। पता नहीं, मैं भाजपा का दिग्गज नेता और शहर उत्तरी से विधायक हूं। विधायक ने कहा कि तुम लोग लातों के भूत बातों से नहीं मानने वाले हो। तुम लोग जूतों की ही भाषा समझते हो। एसपी के साथ विधायक की बदसलूकी कई मीडिया कर्मियों ने कैमरे में कैद कर ली। विधायक के इस कारनामे की चर्चा पूरे शहर में आग की तरह फैल गई और एसपी गंगा पार से बदसलूकी करने का 15 सेकेंड का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
कौन है हर्षवर्धन वाजयेपी ?
2014 में हर्षवर्धन वाजयेपी बीजेपी की की टिकट पर इलाहाबाद नार्थ से विधायक चुने गए। 2007 और 2012 में वह बसपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके थे। लेकिन दोनों ही बार इन्हें कांग्रेस के अनुग्रह नारायण से हार का सामना करना पड़ा था। हर्षवर्धन बाजपेयी प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के खास रहीं व पूर्व केंद्रीय मंत्री रहीं राजेन्द्र कुमारी वाजपेयी के पौत्र हैं। मां रंजना वाजपेयी समाजवादी पार्टी से काफी समय से जुडी हुई हैं और वर्तमान में रंजना वाजपेयी सपा की राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष हैं। रंजना को सपा सुप्रीमो मुलायम के खास लोगों में माना जाता है।
2014 में हर्षवर्धन वाजयेपी बीजेपी की की टिकट पर इलाहाबाद नार्थ से विधायक चुने गए। 2007 और 2012 में वह बसपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके थे। लेकिन दोनों ही बार इन्हें कांग्रेस के अनुग्रह नारायण से हार का सामना करना पड़ा था। हर्षवर्धन बाजपेयी प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के खास रहीं व पूर्व केंद्रीय मंत्री रहीं राजेन्द्र कुमारी वाजपेयी के पौत्र हैं। मां रंजना वाजपेयी समाजवादी पार्टी से काफी समय से जुडी हुई हैं और वर्तमान में रंजना वाजपेयी सपा की राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष हैं। रंजना को सपा सुप्रीमो मुलायम के खास लोगों में माना जाता है।
20th May, 2018