रायपुर, यूरिड न्यूज़। नक्सलियों ने कोंटा इलाके में मुख्यमंत्री रमन सिंह की सभा से 2 दिन पहले सर्चिंग पर निकले छत्तीसगढ़ पुलिस के जवानों पर जानलेवा हमला कर दिया। नक्सलियों के आईईडी ब्लास्ट में पुलिस की जीप उड़ा दी, जिसमें कुल 7 जवान शहीद हो गए। पुलिस के मुताबिक, नक्सलियों ने ब्लास्ट के बाद जवानों पर फायरिंग की और उनके हथियार लूटकर ले गए। धमाके के लिए करीब 50 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि नक्सलियों में जवानों से आमने-सामने लड़ने की ताकत नहीं है।
दंतेवाड़ा के एडिशनल एसपी जीएन बघेल ने हमले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सर्चिंग के लिए निकली जीप में 7 जवान सवार थे। नक्सलियों ने ब्लास्ट करने के बाद जवानों पर फायरिंग भी की। इतना ही नहीं वे जवानों की दो एके 47, दो एसएलआर, दो इंसास राइफल और दो ग्रेनेड लूटकर ले गए।
डीआईजी एंटी नक्सल ऑपरेशन, सुरेंद्र राज पी ने बताया कि हमले के बाद पुलिस और सीआरपीएफ के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। नक्सलियों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया जा रहा है। ब्लास्ट में करीब 50 किलोग्राम आईईडी के इस्तेमाल की बात सामने आई है।
शहीद जवानों में हेड कॉन्स्टेबल रामकुमार यादव, कॉन्स्टेबल टीकेश्वर ध्रुव, कॉन्स्टेबल राजेश सिंह, कॉन्स्टेबल वरिन्द्र नाथ, कॉन्स्टेबल सालीगराम और कॉन्स्टेबल विक्रम यादव, कॉन्स्टेबल अर्जुन राजवर शामिल हैं।
वाहन को उड़ाने के लिए नक्सलियों ने पुराना तरीका ही अपनाया। पुल के पास जब मोड़ पर गाड़ी धीमी हुई तो विस्फोट कर दिया। पुलिस अफसरों के अनुसार जिस स्थान पर नक्सलियों ने विस्फोट किया, वहां करीब 8 फीट गहरा गड्ढा हो गया है। गड्ढे और गाड़ी की दशा देखकर अफसर अनुमान लगा रहे हैं कि नक्सलियों ने विस्फोट के लिए करीब 40 किलो बारूद का इस्तेमाल किया होगा। ये बारूद पहले से प्लांट किया गया होगा और तार व बैटरी से जोड़कर ब्लास्ट कर दिया।
वहीं, गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जवानों पर हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा, ''नक्सली हमले में 6 जवानों की मौत दुखद है। आईईडी बिछाकर जवानों को निशाना बनाया गया। नक्सलियों में जवानों के साथ आमने-सामने लड़ने की ताकत नहीं है।''
21st May, 2018