उत्तर प्रदेश के कैराना में होने वाले उपचुनाव के लिए प्रचार अभियान खत्म हो गया है। सभी की निगाहें 28 मई को होने वाले मतदान पर हैं। माना जा रहा है कि कैराना चुनाव से अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए एक बड़ी तस्वीर साफ हो जाएगी।
इस सीट की अहमियत इस बात से समझी जा सकती है कि कैराना में चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को बागपत में रैली करेंगे। कैराना से भारतीय जनता पार्टी के सांसद हुकुम सिंह के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी।
बीजेपी इसी साल मार्च में गोरखपुर और फूलपुर की सीटें हार गई थी। यह एक बड़ा झटका इसलिए भी था क्योंकि गोरखपुर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पांच बार चुने गए थे। ऐसे में अगर कैराना भी बीजेपी के हाथ से निकल गया तो राज्य में पार्टी के प्रदर्शन पर एक बड़ा सवालिया निशान लग जाएगा।
27th May, 2018