लखनऊ यूरिड मीडिया न्यूज। जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे कांग्रेस की स्थिति गुटबाजी के कारण आैर खराब होगी जा रही है। प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे है। विवादों एंव गुटबाजी के कारण कांग्रेस का प्रशासन एवं मीडिया विभाग को भंग कर दिया गया है। कांग्रेस मुख्यालय से जारी निर्देश के अनुसार सतीश आजमानी, शिवपाण्डेय, आर पी सिंह, आर पी त्रिपाठी, अभिमन्यु सिंह, एस के दरबारी को तत्काल प्रभाव से उनके पदों से हटा दिया गया है। मीडिया विभाग के वीरेन्द्र मदानए अमरनाथ अग्रवालए दिजेन्द्र त्रिपाठी, अशोक सिंह सहित 21 प्रवक्ताओं को भी हटा दिया गया है। प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर पर आरोप लग रहे है कि वह केवल धरना प्रदर्शन के अध्यक्ष बन कर रह गये है। राहुल गांधी को लगातार गुमराह कर रहे है ऐसी खराब स्थिति प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कभी नही रही। जब केवल सात विधायक जीते हो। लोकसभा चुनाव नजदीक है आैर संगठन के नाम पर शून्य है जिलों में पदाधिकारी व कार्यकर्त्ता मजबूर होकर दूसरे दलों में भाग रहे है अगर यही स्थिति रही तो जनपदों में कांग्रेस का झण्डा उठाने के लिए किराये पर मजदूर बुलाने पड़ेगे। स्थिति इतनी खराब हो गयी है कि प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय वीराज हो गया है। अध्यक्ष के रूप में राजबब्बर के धरना प्रदर्शन पर आयोजन होता तब आते है आैर फोटो खिचाकर बयान देकर चले जाते है।
21st June, 2018