यूरिड न्यूज़- जिलाधिकारी गोंडा कैप्टन प्रभांशु श्रीवास्तव के द्वारा बच्चो को पढ़ाने का प्रयास सराहनीये है लेकिन एक स्कूल में औचक निरीक्षण और बच्चो की पढाई से जनपद के शिक्षा जगत में ज्यादा सुधार नहीं हो पायेगा केवल एक अधिकारी के प्रयास की सस्ती लोकप्रियता का गुणगान जनता में हो जायेगा।
गोंडा जनपद देश के अति पिछड़े जनपदों में शामिल हैं मैं भी इसी जनपद का रहने वाला हूँ। प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक बहुत ही दयनीय हालत है अगर जिलाधिकारी वास्तविक रूप से शिक्षा में सुधार चाहते हैं तो केवल और केवल सरकारी प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति, पुस्तकें, बैग, जूता, मौजा का मानक के अनुसार वितरण तथा मिड डे मील की व्यवस्था सुनिश्चित करा दें, तो जनपद की गांव गरीब की 40 लाख आबादी आप के कार्यों का दिल से सराहना करेगी और गरीब बच्चों को पढ़ने का अवसर भी मिल जायेगा। वैसे केवल एक स्कूल में पढाई करके पूर्व अधिकारियों की भांति सस्ती लोकप्रियता से गरीब छात्रों का भला होने वाला नही है। जिलाधिकारी एक बहादुर कैप्टन
रहे है और जिले में कैप्टन की भूमिका में हैं एक बहादुर कैप्टन से
यह उम्मीद है कि जनपद के सर्वांगीण विकास के साथ केवल शिक्षा पर ऐसा अभियान चला दें कि जिले की जनता हमेशा हमेशा याद रखे।
रहे है और जिले में कैप्टन की भूमिका में हैं एक बहादुर कैप्टन से
यह उम्मीद है कि जनपद के सर्वांगीण विकास के साथ केवल शिक्षा पर ऐसा अभियान चला दें कि जिले की जनता हमेशा हमेशा याद रखे।
18th July, 2018