यूरिड मीडिया-विवेक तिवारी देर से घर आने की बात कह कर निकले थे। शाम के वक्त पत्नी कल्पना को फोन किया तो बेटी सीवी से बात हुई। उसे पढ़ाई करने और जल्दी सोने की नसीहत दे विवेक ने फोन रख दिया। शनिवार की सुबह जब सीवी को पापा की हत्या किए जाने की खबर मिली तो मासूम मां के सीने से लिपट गई। विवेक का शव देख सीवी बोली पापा मै अच्छे नम्बर लाऊंगी, प्लीज उठ जाओ। फूल सी बच्ची को पिता के शव पर बिलखते देख वहां मौजूद हर शख्स की आंख भर आई। विवेक की बेटी शानू को लेकर उसकी ताई कमरे में बैठी थी। शानू बार-बार उनसे पूछ रही थी कि आंटी इतने लोग घर पर क्यों आयें हैं। पापा के साथ क्या हुआ है। मुझे भी बाहर ले चलो। पापा से मिलना है। शानू के यह शब्द विवेक की भाभी को नश्तर की तरह चूभ रहे थे।
शुक्रवार देर रात लखनऊ के गोमती नगर में मकदूमपुर पुलिस चौकी के पास दो सिपाहियों ने एसयूवी में सवार विवेक तिवारी को गोली मार दी थी। गोली लगते ही विवेक की मौके पर ही मौत हो गई थी। यह देखते ही दोनों आरोपी सिपाही मौके से भाग निकले। दूसरे पुलिसकर्मियों ने विवेक को अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस हादसे के बाद एडीजी आनन्द कुमार ने बताया कि यह हत्या का मामला है। गोली चलाने वाले सिपाही प्रशांत चौधरी और उसके साथी सिपाही संदीप कुमार को बर्खास्त कर दिया गया है। दोनों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर किया है। मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन का कर दिया गया है। इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में कहा कि यह एनकाउंटर नहीं है। प्रथम दृष्टया दोषी गिरफ्तार हो गए हैं। जरूरत पड़ी तो सीबीआई जांच भी कराएंगे।
30th September, 2018