लखनऊ- युरिड मीडिया -राज्यसभा सदस्य एवं बहुचर्चित नेता अमर सिंह ने डीजीपी ओ0 पी0 सिंह पर हमला किया है और कहा है कि अगर ओ0 पी0 सिंह पुलिस महानिर्देश बने रहे तो सरकार की बदनामी निश्चित होगी। ओ0 पी0 सिंह 2 जून 1995 में लखनऊ की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पद पर तैनात थे जब मायावती पर समाजवादी पार्टी समर्थित लोगों ने हमला किया था। विवेक हत्याकांड में ओ0 पी0 सिंह के बयान से भाजपा सरकार की बहुत किरकिरी हुई है। डीजीपी ने हत्यारे पुलिस को बचाने के लिए ये बयान दिया था कि आत्मरक्षा में सिपाही ने गोली चलायी है। पुलिस महानिर्देश के पद पर नियुक्ति के समय से ही विवादों के घेरे में है उन पर हमेशा से ये आरोप लगते रहे है वह किसी की भी सरकार हो वह पार्टी कार्यकर्ता के रूप में कार्य करते है। 2 जून 1995 की घटना में पुलिस महानिर्देश सपा कार्यकर्ता के रूप में मूक दर्शक बने खड़े थे तो विवेक हत्याकखंड में भाजपा के कार्यकर्ता के रूप में कार्य करते हुए मामले को दबाने का प्रयास किया जिसके कारण उन्हें माफ़ी भी मांगनी पड़ी। अमर सिंह का ये बयान ओ0 पी0 सिंह की असलियत को दर्शाता है।
3rd October, 2018