लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रयागराज पूर्व नाम इलाहाबाद में मुगल शासक अकबर द्वारा बनाए गए किले में सरस्वती और ऋषि भारद्वाज की मूर्ति स्थापित की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा पहली बार होगा जब कुंभ के दौरान श्रद्धालुओं के लिए अक्षयवट, सरस्वती कूप को खोला जाएगा। लखनऊ में आयोजित युवा कुंभ को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह पहली बार है जब कुंभ मेला के दौरान श्रद्धालुओं के लिए प्रयागराज में अक्षयवट और सरस्वती कूप को पूजा अर्चना की खातिर खोला जाएगा. मेला के बाद भी लोग यहां पूजा पाठ कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने पूछा कि मुगल शासक अकबर ने वहां किला बनवाया था तो क्या इसलिए लोग वहां पूजा अर्चना नहीं कर सकते हैं? उन्होंने कहा कि साढ़े चार सौ साल बाद कुंभ में सरस्वती कुंड और अक्षयवट का लोग दर्शन कर पाएंगे। अकबर के किला बनाने के बाद दर्शन बंद हो गया था। उन्होंने कहा कि युवा राष्ट्र निर्माण में अपनी उर्जा लगाएं. सकारात्मक सोच से आगे बढ़ें युवा. कौन है जो धरती मां के लिए षड्यंत्र रच रहा है? उसको युवा समझें और भारत को परम वैभव तक पहुंचाएं.
योगी ने कहा कि इस बार कुंभ में ऐसे इंतजाम कराए हैं कि स्वच्छता के प्रतीक के कारण एक मक्खी भी नजर नहीं आएगी. भारत की आजादी के बाद यह पहला कुंभ होगा, जिसमें गंगा का शुद्ध जल आने वाले सभी श्रद्धालुओं को प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि 12 से 15 करोड़ लोग कुंभ में आते हैं, जिसमें किसी भी प्रकार का भेद नहीं होता है। कुंभ आयोजन में पूरा देश बिना किसी आमंत्रण के प्रयाग की धरती पर आता है।
24th December, 2018