बीता साल 2024 लोकसभा चुनाव के लिहाज से भाजपा के लिए झटके वाला रहा है। भाजपा ने साल की शुरुआत अबकी बार 400 पार के नारे के साथ की थी। 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद देश में माहौल भी राममय था और लग रहा था कि भाजपा इस बार कहीं अप्रत्याशित सफलता न पा जाए। लेकिन 4 जून की तारीख को बहुत कुछ साफ हो गया। भाजपा को 240 सीटें ही मिलीं तो बीते दो चुनावों में 50 सीटें पाने को भी तरस रही कांग्रेस सैकड़े के करीब पहुंच गई। कांग्रेस को 99 सीटें मिलीं और विपक्ष की कुल संख्या लगभग 230 रही। इस तरह लोकसभा चुनाव भाजपा के लिए झटके वाला रहा। लेकिन साल का अंत होने तक तस्वीर फिर से बदल गई। ज्यादातर विधानसभा चुनावों में भाजपा को बड़ी जीत मिली या फिर क्षेत्रीय दलों ने ही बाजी मार ली। कांग्रेस किसी भी राज्य में अपने दम पर सरकार नहीं बना सकी।
यही नहीं दोनों दलों के बीच सीटों की संख्या में भी बड़ा अंतर रहा। भाजपा ने कांग्रेस के मुकाबले 4 गुना ज्यादा विधानसभा सीटें हासिल करते हुए महाराष्ट्र और हरियाणा जैसे राज्यों में सरकार बना ली। इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश में भी कमल खिलाया। यहां तो उसने बंपर जीत हासिल करते हुए अपने दम पर बहुमत पाया और 46 सीटें जीत लीं, जबकि कांग्रेस को एक ही सीट नसीब हुई। वहीं ओडिशा में भाजपा ने पहली बार सरकार बनाई और 78 सीटों पर विजय पाई। कांग्रेस यहां 14 सीटें ही जीत सकी। इसी तरह महाराष्ट्र में 132 सीटें पहली बार भाजपा ने पाईं तो कांग्रेस 16 पर ही सिमट गई। जम्मू-कश्मीर की बात करें तो यहां भले ही कांग्रेस को सत्ता में हिस्सेदारी मिली है, लेकिन वास्तव में सरकार नेशनल कॉन्फ्रेंस की हैं। वहीं भाजपा मुख्य विपक्षी दल है और उसकी 29 सीटें हैं। कांग्रेस के यहां 6 विधायक ही जीत पाए थे।
हरियाणा में तो भाजपा ने जीत की हैट्रिक ही लगा दी और 2019 में गठबंधन सरकार बनाने वाली पार्टी ने पूर्ण बहुमत पा लिया। कांग्रेस को यहां 2024 में किसी भी राज्य में सबसे ज्यादा 37 सीटें मिलीं, लेकिन सत्ता 48 नंबरों के साथ भाजपा के हाथ गई। यह कांग्रेस के लिए करारा झटका था, जहां सभी ओपिनियन पोल और कांग्रेस के आंतरिक सर्वे बता रहे थे कि उसकी वापसी हो रही है। लेकिन नतीजों में भाजपा को जीत मिली। साफ है कि सारे समीकरण पलट गए और यह कांग्रेस के लिए करारा झटका था। कांग्रेस और उसके साथी दलों को अगला झटका महाराष्ट्र में लगा। यहां तो भाजपा और उसके साथी दलों की लहर ही थी और 220 से ज्यादा सीटें उन्हें मिलीं।
पूरे साल के विधानसभा चुनावों का आंकड़ा देखें तो भाजपा ने कुल 362 सीटों पर जीत हासिल की तो वहीं कांग्रेस पर 90 पर ही ठहर गई। यही नहीं उपचुनावों में भी भाजपा ने यूपी, असम समेत कई राज्यों में अच्छी सफलता पाई है। फिलहाल 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजों से कांग्रेस को जो उछाल मिला था, उसे वह खोती दिख रही है।
2nd January, 2025