यूरीड मीडिया- नवंबर 2024 में पूर्व चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ रिटायर हुए थे और उनका कार्यकाल दो वर्ष का रहा। चीफ जस्टिसों का कार्यकाल आमतौर पर बहुत लंबा नहीं रहता है, लेकिन डीवाई चंद्रचूड़ को काफी वक्त मिला। वहीं इस साल तो सुप्रीम कोर्ट तीन चीफ जस्टिस कार्यकाल देखेगा। 10 नवंबर 2024 से मुख्य न्यायाधीश के तौर पर काम कर रहे जस्टिस संजीव खन्ना का रिटायरमेंट इस साल 13 मई को हो जाएगा। इसके बाद जस्टिस बीआर गवई मुख्य न्यायाधीश होंगे और उनका कार्यकाल 23 नवंबर को समाप्त होने वाला है। इसके बाद जस्टिस सूर्यकांत चीफ जस्टिस बनेंगे। इस तरह 2025 में सुप्रीम कोर्ट को तीन मुख्य न्यायाधीश देखने को मिलेंगे। यही नहीं इस साल कुल 7 जस्टिस सुप्रीम कोर्ट से रिटायरमेंट लेंगे।
मौजूदा चीफ जस्टिस संजीव खन्ना ने तो मुख्य न्यायाधीश के तौर पर आवंटित होने वाला सरकारी आवास भी नहीं लिया है। उनकी दलील थी कि कार्यकाल बहुत छोटा है, ऐसे में घर में शिफ्ट होना और फिर उसे खाली करना भी एक लंबी प्रक्रिया में उलझना होगा। इस तरह देश की शीर्ष अदालत एक साल के अंदर ही तीन मुख्य न्यायाधीशों का कार्यकाल देखेगी। इन चीफ जस्टिसों के अलावा सुप्रीम कोर्ट इस साल 7 न्यायाधीशों का रिटायरमेंट भी देखेगा। सबसे पहले तो 5 जनवरी, 2025 को ही जस्टिस वी. रामसुब्रमण्यन रिटायर होने वाले हैं। उनका कार्यकाल करीब तीन साल का रहा है और वह केरल हाई कोर्ट से प्रमोशन पाकर सुप्रीम कोर्ट के जज बने थे।
वहीं जस्टिस ऋषिकेश रॉय का रिटायरमेंट इस महीने के आखिर यानी 31 जनवरी को होने वाला है। उनका कार्यकाल भी शीर्ष अदालत में करीब 4 साल का रहा था। वह सुप्रीम कोर्ट से पहले गुवाहाटी हाई कोर्ट में अपनी सेवाएं दे चुके थे और फिर केरल हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस बनाए गए थे। वहीं संजीव खन्ना 13 मई को सेवामुक्त होंगे। उनके बाद जस्टिस अभय एस. ओका का 24 मई, 2025 को रिटायरमेंट होगा। उनका सुप्रीम कोर्ट में करीब तीन साल का कार्यकाल रहा है। वह उच्चतम न्यायालयम में आने से पहले बॉम्बे हाई कोर्ट में जज और फिर कर्नाटक हाई कोर्ट में चीफ जस्टिस के तौर पर काम कर चुके हैं। इसी साल जस्टिस बेला त्रिवेदी, जस्टिस सुधांशु धूलिया और जस्टिस बीआर गवई का भी रिटायरमेंट होना है।
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के तौर पर सबसे लंबा कार्यकाल डीवाई चंद्रचूड़ के पिता वाईवी चंद्रचूड़ का रहा है। वह 22 फरवरी, 1978 को चीफ जस्टिस बने थे और उनका 11 जुलाई, 1985 को रिटायरमेंट हुआ था। इस तरह वह 7 साल 5 महीने से ज्यादा वक्त तक मुख्य न्यायाधीश रहे थे। दिलचस्प तथ्य यह भी है कि हाल ही में रिटायर हुए डीवाई चंद्रचूड़ को भी करीब दो साल का कार्यकाल मिला, जो काफी लंबा था। कई चीफ जस्टिस तो ऐसे भी रहे हैं, जिन्हें कुछ महीनों का ही वक्त मिला।
मौजूदा चीफ जस्टिस संजीव खन्ना ने तो मुख्य न्यायाधीश के तौर पर आवंटित होने वाला सरकारी आवास भी नहीं लिया है। उनकी दलील थी कि कार्यकाल बहुत छोटा है, ऐसे में घर में शिफ्ट होना और फिर उसे खाली करना भी एक लंबी प्रक्रिया में उलझना होगा। इस तरह देश की शीर्ष अदालत एक साल के अंदर ही तीन मुख्य न्यायाधीशों का कार्यकाल देखेगी। इन चीफ जस्टिसों के अलावा सुप्रीम कोर्ट इस साल 7 न्यायाधीशों का रिटायरमेंट भी देखेगा। सबसे पहले तो 5 जनवरी, 2025 को ही जस्टिस वी. रामसुब्रमण्यन रिटायर होने वाले हैं। उनका कार्यकाल करीब तीन साल का रहा है और वह केरल हाई कोर्ट से प्रमोशन पाकर सुप्रीम कोर्ट के जज बने थे।
वहीं जस्टिस ऋषिकेश रॉय का रिटायरमेंट इस महीने के आखिर यानी 31 जनवरी को होने वाला है। उनका कार्यकाल भी शीर्ष अदालत में करीब 4 साल का रहा था। वह सुप्रीम कोर्ट से पहले गुवाहाटी हाई कोर्ट में अपनी सेवाएं दे चुके थे और फिर केरल हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस बनाए गए थे। वहीं संजीव खन्ना 13 मई को सेवामुक्त होंगे। उनके बाद जस्टिस अभय एस. ओका का 24 मई, 2025 को रिटायरमेंट होगा। उनका सुप्रीम कोर्ट में करीब तीन साल का कार्यकाल रहा है। वह उच्चतम न्यायालयम में आने से पहले बॉम्बे हाई कोर्ट में जज और फिर कर्नाटक हाई कोर्ट में चीफ जस्टिस के तौर पर काम कर चुके हैं। इसी साल जस्टिस बेला त्रिवेदी, जस्टिस सुधांशु धूलिया और जस्टिस बीआर गवई का भी रिटायरमेंट होना है।
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के तौर पर सबसे लंबा कार्यकाल डीवाई चंद्रचूड़ के पिता वाईवी चंद्रचूड़ का रहा है। वह 22 फरवरी, 1978 को चीफ जस्टिस बने थे और उनका 11 जुलाई, 1985 को रिटायरमेंट हुआ था। इस तरह वह 7 साल 5 महीने से ज्यादा वक्त तक मुख्य न्यायाधीश रहे थे। दिलचस्प तथ्य यह भी है कि हाल ही में रिटायर हुए डीवाई चंद्रचूड़ को भी करीब दो साल का कार्यकाल मिला, जो काफी लंबा था। कई चीफ जस्टिस तो ऐसे भी रहे हैं, जिन्हें कुछ महीनों का ही वक्त मिला।
3rd January, 2025