यूरीड मीडिया- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को बजट पेश किया। बजट में मिडिल क्लास को दी गई राहत को देखते कहा जा रहा है कि इसका दिल्ली विधानसभा चुनाव पर असर दिखाई दे सकता है। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने X पर पोस्ट के जरिए बजट 2024 पर प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने X पर अपनी पोस्ट में कहा, “देश के खजाने का एक बड़ा हिस्सा चंद अमीर अरबपतियों के क़र्ज़े माफ़ करने में चला जाता है। मैंने मांग की थी कि बजट में ये ऐलान किया जाए कि आगे से किसी अरबपति के कर्ज माफ नहीं किए जाएंगे। इस से बचने वाले पैसे से… मिडल क्लास के होम लोन और व्हीकल लोन में छूट दी जाए; किसानों के कर्जे माफ किए जाए। इनकम टैक्स और GST की टैक्स दरें आधी की जाए। मुझे दुख है कि ये नहीं किया गया।”
बजट पर मायावती ने क्या कहा ?
BSP प्रमुख मायावती ने कहा, “देश में महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी की जबरदस्त मार के साथ ही सड़क, पानी, शिक्षा, सुख-शान्ति आदि जरूरी बुनियादी सुविधाओं के अभाव के कारण लगभग 140 करोड़ की जनसंख्या वाले भारत में लोगों का जीवन काफी त्रस्त है, जिसका केंद्रीय बजट के माध्यम से भी निवारण होना जरूरी।”
उन्होंने एक अन्य पोस्ट में कहा, “किन्तु वर्तमान भाजपा सरकार का बजट भी कांग्रेस की ही तरह, राजनीतिक स्वार्थ का अधिक, जन एवं देशहित का कम लगता है। अगर ऐसा नहीं है तो इस सरकार में भी लोगों का जीवन लगातार तंग, बदहाल व दुखी क्यों? ‘विकसित भारत’ का सपना बहुजनों के हित का भी होना जरूरी।”
कांग्रेस ने क्या कहा ?
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि केंद्रीय बजट में अर्थव्यस्था से जुड़े संकटों के समाधान के लिए कुछ नहीं है और इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव के चलते बिहार के लिए कई घोषणाएं की गई हैं। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि केवल आयकरदाताओं के लिए राहत दी गई है। अर्थव्यवस्था पर इसका वास्तविक प्रभाव क्या होगा, यह देखना अभी बाकी है।
जयराम रमेश ने कहा, “अर्थव्यवस्था इस समय स्थिर वास्तविक मजदूरी, सामूहिक उपभोग में उछाल की कमी, निजी निवेश की सुस्त दरें तथा जटिल और पेचीदा जीएसटी प्रणाली रूपी संकटों से घिरी हुई है। बजट में इन समस्याओं को दूर करने के लिए कुछ नहीं है।” उन्होंने कहा, “केवल आयकरदाताओं के लिए राहत दी गई है। अर्थव्यवस्था पर इसका वास्तविक प्रभाव क्या होगा, यह देखना अभी बाकी है।”
उन्होंने X पर अपनी पोस्ट में कहा, “देश के खजाने का एक बड़ा हिस्सा चंद अमीर अरबपतियों के क़र्ज़े माफ़ करने में चला जाता है। मैंने मांग की थी कि बजट में ये ऐलान किया जाए कि आगे से किसी अरबपति के कर्ज माफ नहीं किए जाएंगे। इस से बचने वाले पैसे से… मिडल क्लास के होम लोन और व्हीकल लोन में छूट दी जाए; किसानों के कर्जे माफ किए जाए। इनकम टैक्स और GST की टैक्स दरें आधी की जाए। मुझे दुख है कि ये नहीं किया गया।”
बजट पर मायावती ने क्या कहा ?
BSP प्रमुख मायावती ने कहा, “देश में महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी की जबरदस्त मार के साथ ही सड़क, पानी, शिक्षा, सुख-शान्ति आदि जरूरी बुनियादी सुविधाओं के अभाव के कारण लगभग 140 करोड़ की जनसंख्या वाले भारत में लोगों का जीवन काफी त्रस्त है, जिसका केंद्रीय बजट के माध्यम से भी निवारण होना जरूरी।”
उन्होंने एक अन्य पोस्ट में कहा, “किन्तु वर्तमान भाजपा सरकार का बजट भी कांग्रेस की ही तरह, राजनीतिक स्वार्थ का अधिक, जन एवं देशहित का कम लगता है। अगर ऐसा नहीं है तो इस सरकार में भी लोगों का जीवन लगातार तंग, बदहाल व दुखी क्यों? ‘विकसित भारत’ का सपना बहुजनों के हित का भी होना जरूरी।”
कांग्रेस ने क्या कहा ?
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि केंद्रीय बजट में अर्थव्यस्था से जुड़े संकटों के समाधान के लिए कुछ नहीं है और इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव के चलते बिहार के लिए कई घोषणाएं की गई हैं। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि केवल आयकरदाताओं के लिए राहत दी गई है। अर्थव्यवस्था पर इसका वास्तविक प्रभाव क्या होगा, यह देखना अभी बाकी है।
जयराम रमेश ने कहा, “अर्थव्यवस्था इस समय स्थिर वास्तविक मजदूरी, सामूहिक उपभोग में उछाल की कमी, निजी निवेश की सुस्त दरें तथा जटिल और पेचीदा जीएसटी प्रणाली रूपी संकटों से घिरी हुई है। बजट में इन समस्याओं को दूर करने के लिए कुछ नहीं है।” उन्होंने कहा, “केवल आयकरदाताओं के लिए राहत दी गई है। अर्थव्यवस्था पर इसका वास्तविक प्रभाव क्या होगा, यह देखना अभी बाकी है।”
1st February, 2025