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मुलायम-मायावती के काले आंसू, काले धन पर विफरे सपा,बसपा आैर कांग्रेसी

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मुलायम-मायावती के काले आंसू, काले धन पर विफरे सपा,बसपा आैर कांग्रेसी

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भ्रष्ट अफसरों एवं राजनेताओं को ही परेशानी--

मोदी सरकार के 500-1000 के नोट बंद करने के फैसले से आम जनता में आवश्यक आवश्यकताओं को लेकर कुछ पैनिक जरूर है परन्तु आम जन थोड़ा धैर्य रखे तो यह केवल दो-चार दिन की ही समस्या है। नये नोट तथा छोटे करेन्सी के मार्केट में आते ही इसका अपने आप समाधान हो जाएगा आैर लोग राहत महसूस करेंगे। आम जनता बैंकों में ढाई लाख रूपये तक बिना किसी हिसाब-किताब के भी जमा कर अपने धन को सफेद कर सकते है। भारत के आम मीडिल क्लास के पास भी 500-1000 के इतने पुराने नोट होना बहुत कम संभव है। कुछ घरों की गृहणियां भी इससे ज्यादा रकम नही जुटा पायी होगी। हां शादी विवाह के परिवारों में वक्त के तौर पर यह परेशानी अवश्य है। आम जनता के पास पूछे तो 10 से 20  हजार से ज्यादा की रकम नही है। हां उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव होना है आैर राजनीतिज्ञ चुनाव को प्रभावित करने के लिए बड़ी संख्या में काला धन छिपाये बैठे थे। जब बसपा का टिकट 2 से 5 करोड़ रूपये में बिक रहा है तो उसके प्रत्याशी चुनाव में 10 से 20 करोड़ रूपये खर्च करते है। यह स्थिति लगभग ज्यादातर प्रत्याशियों के पास है। यही नही नेताओं की चुनाव सभाओं आैर हवाई यात्राओं पर भी करोड़ों का खर्च आता है। चुनाव प्रचार के अलावा अन्य तरीकों से भी मतदाताओं को लुभाया जाता है जिसमें काले धन का उपयोग होता है। अब ऐसे समय में पुराने नोट बंद हो जाने से काले धन का चुनाव में खर्च करने वालों पर प्रतिबंध लग गया है जिससे इनके लिए समस्या पैदा हो गयी है। सपा,बसपा एवं कांग्रेस की ही समस्या है जिसको विभिन्न बहानों से इनके नेता गरीबी के काले आंसू बहा रहे है।