लखनऊ:-
कृष्णानगर पुलिस ने शुक्रवार की देर रात लोगो के साथ ठगी वाले गिरोह को लोकबंधु अस्पताल से पकड़ा जानकारी के मुताबिक गोमतीनगर के पूरन सिंह, मंगल सिंह और सरोजनीनगर के मोहन गिरी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक आरोपितों ने कई राज्यों में लोगों को झांसा देकर लाखों रुपये की चपत लगाई है। पुलिस के हत्थे लगे इन बदमाशों के पास चोरी की एक बाइक और करीब 25 किलो आर्टिफिशल जूलरी बरामद हुई है।
कई शहरों को बनाया था अपना निशाना--
- आरोपियों ने कृष्णानगर, चौक, गोमतीनगर, चारबाग समेत राजधानी के कई इलाकों में टप्पेबाजी की वारदात कुबूली हैं।
- इस गिरोह में कई और लोग भी शामिल हैं। राजधानी के विभिन्न इलाकों के साथ ही कई शहरों तक नेटवर्क फैला है।
- आरोपितों के गिरोह ने ही कानपुर के रहने वाले फौजी को जाल में फंसा कर लाखों की चपत लगाई थी।
- पुलिस को गिरोह के गाजियाबाद, मेरठ, आगरा, बरेली, नोएडा व कनपुर समेत अन्य शहरों तक फैले होने की जानकारी मिली है।
- मूलरूप से दिल्ली निवासी हत्थे चढ़े आरोपित पूरन व मंगल भाई हैं।
- दोनों ने गोमतीनगर के मलेशेमऊ में शहीद पथ के किनारे अपना ठिकाना बना रखा था।
- पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि टप्पेबाजी उनका खानदानी पेशा है।
- बाबा और पिता भी इसी धंधे में थे और उन्हीं से सीखा था।
- वहीं, इलाहाबाद निवासी मोहन सरोजनीनगर स्थित शहीद पथ के किनारे झोपड़पट्टी में रहता है।
- टप्पेबाज लोगों को खोदाई में पुराने जेवर मिलने और पकड़े जाने के डर से सर्राफ को न बेचने की बात कहकर झांसे में लेते थे।
- लोग सस्ते में कीमती जेवर मिलने के लालच में आ जाते और सोने का बताकर अन्य धातुओं के जेवर थमा देते।
- इतना ही नहीं विश्वास जमाने के लिए असली सोने की माला रखते और उसका एक हिस्सा चेक करवाने के लिए देते थे।
- चेक करवाने पर असली सोना निकलने पर लोग बातों में आ जाते थे।
क्लिक करे-- आँखों में मिर्च डालकर बदमाशों ने 7 लाख की लूट !
कृष्णानगर पुलिस ने शुक्रवार की देर रात लोगो के साथ ठगी वाले गिरोह को लोकबंधु अस्पताल से पकड़ा जानकारी के मुताबिक गोमतीनगर के पूरन सिंह, मंगल सिंह और सरोजनीनगर के मोहन गिरी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक आरोपितों ने कई राज्यों में लोगों को झांसा देकर लाखों रुपये की चपत लगाई है। पुलिस के हत्थे लगे इन बदमाशों के पास चोरी की एक बाइक और करीब 25 किलो आर्टिफिशल जूलरी बरामद हुई है।
- आरोपियों ने कृष्णानगर, चौक, गोमतीनगर, चारबाग समेत राजधानी के कई इलाकों में टप्पेबाजी की वारदात कुबूली हैं।
- इस गिरोह में कई और लोग भी शामिल हैं। राजधानी के विभिन्न इलाकों के साथ ही कई शहरों तक नेटवर्क फैला है।
- आरोपितों के गिरोह ने ही कानपुर के रहने वाले फौजी को जाल में फंसा कर लाखों की चपत लगाई थी।
- पुलिस को गिरोह के गाजियाबाद, मेरठ, आगरा, बरेली, नोएडा व कनपुर समेत अन्य शहरों तक फैले होने की जानकारी मिली है।
- मूलरूप से दिल्ली निवासी हत्थे चढ़े आरोपित पूरन व मंगल भाई हैं।
- दोनों ने गोमतीनगर के मलेशेमऊ में शहीद पथ के किनारे अपना ठिकाना बना रखा था।
- पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि टप्पेबाजी उनका खानदानी पेशा है।
- बाबा और पिता भी इसी धंधे में थे और उन्हीं से सीखा था।
- वहीं, इलाहाबाद निवासी मोहन सरोजनीनगर स्थित शहीद पथ के किनारे झोपड़पट्टी में रहता है।
- टप्पेबाज लोगों को खोदाई में पुराने जेवर मिलने और पकड़े जाने के डर से सर्राफ को न बेचने की बात कहकर झांसे में लेते थे।
- लोग सस्ते में कीमती जेवर मिलने के लालच में आ जाते और सोने का बताकर अन्य धातुओं के जेवर थमा देते।
- इतना ही नहीं विश्वास जमाने के लिए असली सोने की माला रखते और उसका एक हिस्सा चेक करवाने के लिए देते थे।
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14th August, 2016