केन्द्र सरकार ने देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के साथ 5 सहायक बैंकों के मर्जर का ऐलान कर दिया है. इस फैसले के साथ ही स्टेट बैंक ऑफ इंडिया दुनिया के 50 बड़े बैंकों की सूची में पहुंच जाएगा. वहीं देश में कुल बैंकिंग कारोबार का लगभग 25 फीसदी हिस्से पर एसबीआई की पकड़ बन जाएगी.
इन पांच बैंकों का हुआ मर्जर
स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर
स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद,
स्टेट बैंक ऑफ मैसूर,
स्टेट बैंक ऑफ पटियाला और
स्टेट बैंक ऑफ ट्रैवेनकोर
एसबीआई के मुताबिक इस मर्जर के साथ उसकी कुल संपत्ति (ऐसेट) में 36 फीसदी का इजाफा होगा. अनुमान के मुताबिक मर्जर के बाद एसबीआई की कुल संपत्ति 30 ट्रिलियन रुपया अथवा 447 बिलियन अमेरिकी डॉलर की हो जाएगी.
मर्जर के साथ ही एसबीआई के ग्राहकों की संख्या 50 करोड़ का आंकड़ा पार कर लेगी. वहीं मर्जर किए गए पांचों बैंक के सभी ब्रांच और एटीएम एसबीआई की ब्रांच और एटीएम की संख्या को बढ़ा देंगे.
दुनिया के बड़े बैंक
इस मर्जर से एसबीआई को उम्मीद है कि वह दुनिया के 50 बड़े बैंकों की सूची में 44वें स्थान पर पहुंच जाएगा. फिलहाल दुनिया के बड़े बैंकों का आंकड़ा देखें तो टॉप के चार बैंक चीन के हैं. ये बैंक हैं इंडस्ट्रियल और कॉमर्शियल बैंक ऑफ चाइना, चाइना कंस्ट्रक्शन बैंक, एग्रीकल्चरल बैंक ऑफ चाइना और बैंक ऑफ चाइना लिमिटेड.
447 बिलियन अमेरिकी डॉलर नेट ऐसेट के साथ 50 बड़ें बैंकों में शुमार होने वाली एसबीआई के सामने चीन का इंडस्ट्रियल और कॉमर्शियल बैंक ऑफ चाइना अपने 3,320 बिलियन अमेरिकी डॉलर के नेट ऐसेट के साथ पहले नंबर पर है. वहीं 50 बैंकों की लिस्ट में मौजूद चीन के ही दूसरे और तीसरे बड़े बैंक का नेट ऐसेट क्रमश: 2,697 बिलियन अमेरिकी डॉलर और 2,573 बिलियन अमेरिकी डॉलर है.
सूची में शामिल अमेरिका का सबसे बड़ा बैंक जेपी मॉर्गन चेज बैंक 6वें नंबर पर है और उसका कुल नेट ऐसेट 1,914 बिलियन डॉलर है.
16th February, 2017